लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बेमौसम बरसात से हुई फसलों की बर्बादी पर चिंता व्यक्त करते हुए किसानों की धान सहित तिलहन फसलों का समुचित मुआवजा देने की सरकार से मांग की है. साथ ही ये भी कहा है कि सरकारी क्रय केंद्रों पर किसानों से भीगा हुआ धान खरीदने के लिए भी सरकार निर्देश जारी करे.


किसानों के संवेदनशील नहीं है सरकार
मंगलवार को पार्टी की तरफ से जारी विज्ञप्ति में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्‍यक्ष अजय कुमार लल्‍लू ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार किसानों के प्रति कतई संवेदनशील नहीं है. उन्‍होंने कहा कि यदि सरकार ने समय से सरकारी क्रय केन्द्र खोले होते तो आज किसानों को ये दिन न देखना पड़ता. एक ओर बारिश के कारण खेतों में धान बर्बाद हो रहा है वहीं सरकारी क्रय केंद्रों में व्याप्त भ्रष्टाचार और क्रय केंद्रों की बदहाली के चलते किसानों का धान बेमौसम वर्षा की भेंट चढ़ गया है.


प्रदेश सरकार दोहरा मापदंड अपना रही है
अजय कुमार लल्‍लू ने कहा कि प्रदेश के रायबरेली, अमेठी और सुल्तानपुर समेत कई जिलों में अभी भी धान की खेतों में कटाई चल रही है. धान की मड़ाई न हो पाने से धान भीगकर खराब हो रहा है. वहीं. अगेती फसल मटर और सरसों की बुआई की गयी फसल वर्षा के कारण बर्बाद हो गयी है. लल्‍लू ने कहा कि पराली को लेकर भी प्रदेश सरकार किसानों के साथ दोहरा मापदंड अपना रही है.



ये भी पढ़ें:



शिक्षक भर्ती: सुप्रीम कोर्ट के फैसले का योगी सरकार ने किया स्वागत, कहा- बचे पदों पर भर्ती जल्द


लखनऊ यूनिवर्सिटी के सौ साल पूरे होने पर स्मारक सिक्का जारी करेंगे PM मोदी