Lok sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने पिछले दिनों मेरठ और बरेली में बैठक कर लोगों से लोकसभा चुनाव के पहले फीडबैक लिया था. इसी क्रम में आज सीतापुर में कांग्रेस सम्मेलन कर रही है. उत्तर प्रदेश में इस तरह के सम्मेलनों की प्रक्रिया 20 अक्टूबर तक पूरी कर ली जाएगी. इसके बाद संगठन में नए सिरे से जिम्मेदारी बांटने का काम शुरू होगा.


उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय इस बार सीधे प्रदेश की कार्यकारिणी घोषित करने के बजाय आधारभूत ढांचे की स्थिति जानने और ब्लॉक वार सक्रिय कार्यकर्ताओं की सूची तैयार करने में जुटे हैं. इसके लिए क्षेत्रवार सम्मेलन भी किए जा रहे हैं. यह सम्मेलन दो सत्र में हो रहे हैं, पहले सत्र में लोकसभा चुनाव की रणनीति पर पार्टी नेताओं का विचार जाना जा रहा है. वहीं दूसरे सत्र में संगठनात्मक ढांचे पर चर्चा हो रही है. इसमें जिले स्तर पर से लेकर ब्लॉक स्तर पर के सक्रिय और निष्क्रिय पदाधिकारी और पुराने नेताओं की स्थिति पर रिपोर्ट भी तैयार की जा रही है.


20 अक्टूबर तक चलेगा कार्यक्रम


फिलहाल सीतापुर में आज हो रहे सम्मेलन में लखीमपुर खीरी, गोंडा, बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती, बाराबंकी, लखनऊ, उन्नाव, रायबरेली और हरदोई जिले के पदाधिकारियों को शामिल किया गया है. इन जिलों में संगठन की स्थिति, लोकसभा चुनाव 2004 के बाद की स्थिति आदि पर चर्चा होगी. उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने 20 अक्टूबर तक हर जिले में संगठनात्मक ढांचे और चुनावी लिहाज से लोकसभा क्षेत्र की स्थिति से संबंधित फीडबैक तैयार करने की योजना बनाई है. 


सक्रिय कार्यकर्ताओं को मिलेगी जिम्मेदारी


इन बैठकों में मिली जानकारी के आधार पर पूरी स्थिति को शीर्ष नेतृत्व से अवगत कराया जाएगा. इसके बाद आगे की कार्ययोजना बनाने की तैयारी है. संगठन में सक्रिय रूप से कार्य करने वाले लोगों को ही जिम्मेदारी अब कांग्रेस देने वाली है. 2009 के लोकसभा चुनाव के बाद से लगातार उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का ग्राफ गिर रहा है. इस परफॉर्मेंस का एक बड़ा कारण संगठन की निष्क्रियता है. इस कारण अजय राय अलग-अलग जिलों में सम्मेलन करके पूरे प्रदेश की स्थिति समझने की कोशिश कर रहे हैं. जिससे सक्रिय और निष्क्रीय कार्यकर्ताओं की जानकारी मिल सके और सक्रिय कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी देते हुए 2024 की लड़ाई में लड़ने की योजना बन सके.


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