मायावती ने आकाश आनंद को दी बड़ी जिम्मेदारी, इस लिस्ट में सामने आया नाम
Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव के दौरान सीतापुर में आकाश आनंद के दिए भाषण को लेकर विवाद होने के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने उनकी सारी रैलियां रद्द कर दी थी. ए
Lok Sabha Elections 2024: बहुजन समाज पाटीं की अध्यक्ष मायावती ने जब से अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी के नेशनल कॉअर्डिनेटर पद और उतराधिकारी से हटाया है तब से आकाश आनंद किसी चुनावी सभा या मंच पर दिखाई नहीं दे रहे हैं. बावजूद इसके बसपा के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में वो बसपा सुप्रीमो मायावती के बाद सबसे ऊपर दिखते हैं.
आकाश आनंद भले ही इन दिनों चुनाव प्रचार में दिख रहे लेकिन बसपा के स्टार प्रचारकों में आज भी उनका नाम शामिल हैं. पार्टी के द्वारा छठे और सातवें चरण के स्टार प्रचारकों की सूची निर्वाचन आयोग को सौंपी हैं, इस लिस्ट में उनका नाम भी शामिल हैं. आकाश आनंद का नाम मायावती के बाद बसपा के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर है. इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर पार्टी महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा का नाम हैं.
बसपा के स्टार प्रचारकों में शामिल आकाश आनंद
बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव मेवालाल गौतम ने 30 अप्रैल को छठे चरण के स्टार प्रचारकों की लिस्ट निर्वाचन आयोग को दी थी और सातवें यानी अंतिम चरण के लिए स्टार प्रचारकों की लिस्ट 7 मई को दी चुनाव आयोग को मंजूरी के लिए दी गई थी. इन दोनों की सूचियों में आकाश आनंद का नाम शामिल हैं.
बसपा की ओर से छठे और सातवें चरण के लिए चुनाव आयोग को दी स्टार प्रचारकों की लिस्ट में मायावती के बाद दूसरे नंबर पर उन्होंने का नाम है. लेकिन, अब वो कहीं भी चुनाव प्रचार में नहीं दिख रहे हैं. वहीं तीसरे नंबर सतीश चंद्र मिश्रा भी बसपा के लिए कहीं चुनाव प्रचार करते नहीं दिख रहे हैं. मायावती ने अकेले ही चुनाव प्रचार की कमान संभाली हुई है. वो लगातार एक राज्य से दूसरे राज्य में जनसभाएं कर रही हैं.
आकाश आनंद ने चुनाव के शुरूआती चरणों में ताबड़तोड़ जनसभाएं कर रहे थे. उनकी आक्रामक भाषण लोगों को पसंद आ रहे थे. कम ही समय में उन्होंने तेजी से लोकप्रियता हासिल भी की, लेकिन सीतापुर की रैली में उनके द्वारा दिए आपत्तिजनक भाषण के बाद उन पर एफआईआर दर्ज कर ली गई. जिसके बाद मायावती ने उनकी सभी जनसभाओं को रद्द कर दिया और उन्हें नेशनल कोअर्डिनेटर पद से भी हटा दिया. इसके साथ ही उन्होंने आकाश को अपना उत्तराधिकारी बनाने का फैसला भी वापस ले लिया.
CM ममता बनर्जी के आरोप पर संन्यासियों का जवाब- हम किसी भी चुनाव में नहीं करते हैं वोट