प्रयागराज. फिल्म एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत की सीबीआई जांच के आदेश के बाद महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार अब पालघर में साधुओं की हत्या के मामले में भी फिर से घिरती नज़र आ रही है. इस मामले में साधू संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने सुशांत सिंह राजपूत की तरह ही पालघर में जूना अखाड़े के दो साधुओं की हत्या की जांच सीबीआई से कराए जाने की मांग पुरज़ोर तरीके से की है. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का कहना है सुप्रीम कोर्ट ने सुशांत सिंह राजपूत मामले में सीबीआई जांच का आदेश सिर्फ इस आधार पर दिया क्योंकि महाराष्ट्र पुलिस तथ्यों की अनदेखी कर लीपापोती करने में जुटी हुई थी.


पीएम और गृह मंत्री को लिखा जाएगा खत


उनके मुताबिक़ महराष्ट्र सरकार और वहां की पुलिस ने पालघर में साधुओं की हत्या के मामले में भी इसी तरह का ढुलमुल रवैया अख्तियार करते हुए लीपापोती की है. साधू संतों को पहले ही महाराष्ट्र की सरकार पर भरोसा नहीं था. सुशांत केस में की गई लीपापोती के बाद अब तो कतई यकीन नहीं रह गया है. ऐसे में अब इस मामले की सीबीआई जांच बेहद ज़रूरी हो गई है. महंत नरेंद्र गिरि का कहना है कि अखाड़ा परिषद इस मामले में जल्द ही पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को खत भेजकर उनसे सीबीआई जांच कराए जाने की मांग करेगा.


सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की जा सकती है अर्जी!


इतना ही नहीं संतों का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भी जल्द ही पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात भी करेगा. अगर सरकार ने सीबीआई जांच की मांग मंज़ूर नहीं की तो अखाड़ा परिषद खुद ही सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल करेगा और अदालत से सुशांत सिंह राजपूत की तरह पालघर मामले में भी सीबीआई जांच की मांग करेगा. उनका कहना है कि सुशांत की तरह ही पालघर के साधुओं का सच सामने आना बेहद ज़रूरी हो गया है और यह सच महाराष्ट्र पुलिस कतई सामने नहीं ला सकती.


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