किसान आंदोलन में हुई हिंसा पर अखाड़ा परिषद का बड़ा बयान,कहा-यह राष्ट्र के प्रति विद्रोह
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के मुखिया संत महेंद्र गिरि ने कहा है कि, किसानों के वेष में अराजक तत्वों ने देश की छवि खराब करने की कोशिश की.
प्रयागराज: गणतंत्र दिवस के मौके पर देश की राजधानी दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा और अराजकता पर साधु-संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने गहरी चिंता जताई है. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि किसान के वेष में छिपे हुए अराजकतत्वों ने साजिश के तहत देश की छवि खराब करने की कोशिश की है. उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा लाये गए कृषि कानून को गलत बताकर अराजकता फैलाना निंदनीय है. उन्होंने कहा कि किसानों को कोई समस्या है तो केन्द्र सरकार के साथ मिल बैठकर उस समस्या का समाधान निकालना चाहिए. महंत नरेंद्र गिरि ने किसानों के इस आंदोलन को राष्ट्र के प्रति विद्रोह का आंदोलन करार दिया है.
सख्त कार्रवाई हो
महंत नरेंद्र गिरी ने केंद्र सरकार से ऐसे तत्वों से सख्ती से निपटने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि किसान आंदोलन की आड़ में कभी खालिस्तान के नारे लगाए जाते हैं, कभी पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए जाते हैं. कुछ संकीर्ण मानसिकता के लोग राष्ट्र विरोधी ताकतों से मिलकर भारत में हिंसा फैलाना चाहते हैं. देश यह कभी बर्दाश्त नहीं करेगा. सभी संत महात्मा इसकी निंदा करते हैं और सरकार से मांग करते हैं कि ऐसे लोगों को गिरफ्तार कर उन्हें जेल में डाला जाये.
महंत नरेंद्र गिरी ने कहा है कि संत समाज देश के अन्नदाताओं के साथ है. किसान जो अन्न पैदा करता है उसे देश का हर नागरिक खाता है, इसलिए किसानों के साथ कभी संत समाज का भी अन्याय नहीं होने देगा. महंत नरेंद्र गिरी ने कहा है कि किसानों का आंदोलन अगर हिंसक होता है तो यह अनुचित है.
ये भी पढ़ें.
NCR में गाजियाबाद सबसे प्रदूषित शहर, नोएडा में भी जहरीली हुई हवा