Kanwar Yatra Nameplate Controversy: कांवड़ यात्रा के रास्तों पर खाने-पीने के दुकानदारों को नेम प्लेट लगाए जाने के यूपी की योगी सरकार के फैसले का साधु संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने समर्थन किया है. अखाड़ा परिषद के महामंत्री और जूना अखाड़े के संरक्षक महंत हरि गिरि ने इस बारे में बड़ा बयान देते हुए कहा है कि यह बहुत अच्छा और सुंदर निर्णय है. भीड़भाड़ वाली जगह पर सभी को पहचान पत्र रखना ही चाहिए.


महंत हरि गिरि के मुताबिक पुलिस अफसर और कर्मचारी भी वर्दी पर नेम प्लेट लगाकर रखते हैं. जब नेम प्लेट लगाने से उन्हें कोई दिक्कत नहीं होती तो दुकानदारों को नाम बताने में क्या दिक्कत है. उनके मुताबिक इस फैसले से न सिर्फ दुकानदारों को सुविधा होगी बल्कि कांवड़ियों की शुद्धता भी बनी रहेगी. उन्होंने कहा है कि कांवड़ियों को लेकर पहले ऐसी तमाम घटनाएं हुई हैं जिनमें विवाद हुए हैं. इन विवादों को रोकने के लिए भी बोर्ड पर नाम लिखना जरूरी है. 


अखाड़ा परिषद के महामंत्री ने ओवैसी पर साधा निशाना 


अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि ने योगी सरकार के फैसले का विरोध करने वाले विपक्षी नेताओं को नसीहत दी है. उन्होंने कहा है कि जीव का व्यवसाय करने वाले लोग ही इस फैसले का विरोध कर रहे हैं. उन्होंने एमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर भी निशाना साधा है. कहा है कि देश की संसद में भारत माता की जय बोलने के बजाय दूसरे देश का जयकारा लगाने वालों को विरोध करने का अधिकार नहीं है.


'ओवैसी सांसद की सदस्यता से इस्तीफा दें'


ओवैसी अपने इस विरोध पर खेद व्यक्त करें या फिर संसद की सदस्यता से इस्तीफा देकर वहीं चले जाएं जहां के लिए वह जयकारा लगाते हैं. उन्हें वहीं चले जाना चाहिए जहां उनकी निष्ठा-श्रद्धा और विश्वास है. महंत हरि गिरि ने कहा है कि ओवैसी के लोग ही उनकी बातों से सहमत नहीं होते हैं. 


अगर ओवैसी के लोग उनकी बातों से सहमत और संतुष्ट होते तो उन्हें लोकसभा चुनाव में अपने अलावा भी कुछ सीटें मिल जाती. उनके मुताबिक ओवैसी को इस फैसले का समर्थन करना चाहिए और बेवजह की राजनीति नहीं करनी चाहिए. महंत हरि गिरि ने यह बातें संगम नगरी प्रयागराज में मीडिया से बातचीत के दौरान कहीं.


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