लखनऊ: नए कृषि कानून के खिलाफ चल रहे किसानों के आन्दोलन पर विपक्षी दलों ने सियासत शुरू कर दी है. इस मुद्दे को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने बीजेपी पर निशाना साधा है. अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि ''जब बेबस किसान की न सुनी जाती फरियाद, हुकूमत के गरूर की वो हिला देते हैं बुनियाद!''


अन्नदाता की हर संभव मदद करें
अखिलेश यादव ने कहा कि ''हम कृषि कानूनों के इस संघर्ष में अपने अन्नदाता भाइयों के लिए आटा, दाल, चावल की कमी नहीं होने देंगे. हम सपा के कार्यकतार्ओं और आम जनता से अपील करते हैं कि वो अन्नदाता की हर संभव मदद करें. डॉक्टरों से विशेष आग्रह है कि वो बुजुर्ग किसानों का ख्याल रखें.''


सरकार को किसानों की बात सुननी होगी
उधर, कांग्रेस प्रभारी प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा कि बीजेपी सरकार के मंत्री और नेता किसानों को देशद्रोही बोल चुके हैं. आन्दोलन के पीछे इंटरनेशनल साजिश बता चुके हैं. आन्दोलन करने वाले किसान नहीं लगते, बोल चुके हैं. लेकिन, आज बातचीत में सरकार को किसानों को सुनना होगा. किसान कानून के केंद्र में किसान होगा न कि भाजपा के अरबपति मित्र.


कानून रद करने की मांग
केंद्र सरकार लगातार कोशिश कर रही है कि किसानों की समस्या जल्द से जल्द सुलझा ली जाए. इसको लेकर बैठक चल रही है जिससे शांतिपूर्ण तरीके से समाधान निकाला जा सके. वहीं, किसानों ने संसद का विशेष सत्र बुलाकर तीनों कानून रद करने की मांग की है.



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