UP News: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) की तैयारियों में बीजेपी (BSP) के साथ विरोधी दल भी जोरशोर से जुड़ गए हैं. यूपी सरकार पर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और चाचा शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) जमकर जुबानी हमला कर रहे हैं. लेकिन एमवाई (MY) फैक्टर के आगे इन दोनों दिग्गज नेताओं का हर प्लान फेल होते नजर आ रहा है. 


चाचा शिवपाल और अखिलेश यादव ने बीते दिनों में अपनी रणनीति बदली है. उन्होंने बीजेपी के विरोधी दलों को साथ लेकर चलने पर ध्यान दिया है. साथ ही उन्होंने विपक्षी एकजुटता को और तेज करने का प्रयास किया है. इसके अलावा दोनों बीते दिनों में बीजेपी सरकार में तमाम मुद्दों को लेकर राज्य के लोगों के बीच जा रहे हैं. लेकिन दोनों सपा नेताओं का प्लान बीजेपी के एमवाई फैक्टर के आगे फेल होते हुए नजर आ रहा है. 


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क्या है सर्वे के आंकड़ें?
दरअसल, बीते दिनों एबीपी न्यूज एबीपी न्यूज़ के लिए Matrize ने सर्वे किया था. इस सर्वे में करीब दस हजार लोगों को शामिल किया गया था. सर्वे में सामने आया है कि अलग अभी देश में लोकसभा चुनाव होता है तो यूपी में बीजेपी को करीब 67 से 73 सीट आ सकती हैं. जबकि मुख्य विपक्षी दल सपा को राज्य में तीन से छह सीट आने का अनुमान सर्वे में जताया गया था. इसके अलावा सर्वे में करीब 42 प्रतिशत लोगों ने योगी आदित्यनाथ को सबसे बेहतर सीएम बताया था. 


जबकि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के कामकाज को 37 फीसदी लोगों ने बहुत बेहतर माना. इसके अलावा सर्वे में 41 फीसदी लोगों ने मानना कि सरकार का कामकाज संतोषजनक है. वहीं 22 फीसदी लोगों का मानना है कि केंद्र सरकार का कामकाज बेहद खराब है. यानी पीएम मोदी के साथ करीब 78 फीसदी लोग सर्वे में नजर आए. ऐसे में देखा जाए तो योगी आदित्यानाथ और नरेंद्र मोदी फैक्टर के आगे अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल की जोड़ी फेल होती नजर आ रही है.