इटावा: समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी कार्यप्रणाली देखकर नहीं लगता कि वो वास्तव में योगी हैं. अखिलेश ने 72वें गणतंत्र दिवस पर अपने पैतृक गांव सैफई में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर ''इटावा, मैनपुरी, फिरोजाबाद और आसपास के इलाकों के लोगों से नफरत करने का'' आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी कार्यप्रणाली देखकर नहीं लगता कि वो योगी हैं.


योगी की दी परिभाषा
अखिलेश यादव ने कहा कि, "भगवान श्रीकृष्ण ने योगी की परिभाषा दी है. उस परिभाषा को और गुरु नानक जी के वचनों को पढ़ा जाए तो इतना ही समझ में आता है जो दूसरों का दुख अपना दुख समझे, वही योगी होता है. तो बताओ क्या आपके मुख्यमंत्री जी योगी हैं? क्या वह आपका, हमारा, किसानों और नौजवानों का दुख और तकलीफ समझ सकते हैं? वो योगी नहीं हैं."


बीजेपी देश की पहचान को खत्म कर देना चाहती है
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि, "बीजेपी हमारे देश की पहचान को खत्म कर देना चाहती है. हमारे मुल्क की सबसे बड़ी पहचान यहां की गंगा-जमुनी तहजीब है. हम एक-दूसरे का हमेशा सम्मान करते आए हैं. एक-दूसरे के लिए त्याग करते आए हैं. बीजेपी इसी तहजीब को खत्म करना चाहती है. इसीलिए जानबूझकर ये सरकार हमारे-आपके काम की बात नहीं करती. वो धर्म और जाति के नाम पर सिर्फ नफरत फैलाती है,"


बीजेपी से अच्छा और बड़ा झूठ और कोई नहीं बोल सकता
सपा अध्यक्ष ने कहा कि, "बीजेपी के लोग झूठ बोलकर राजनीति करते हैं. वैसे तो हम सभी ने अपने जीवन में शुरुआत से यह पढ़ा है कि झूठ बोलना पाप है, सोचिए जो झूठ बोलकर राजनीति कर रहे हैं तो वो कितना बड़ा पाप कर रहे हैं. बीजेपी से अच्छा और बड़ा झूठ और कोई नहीं बोल सकता." उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि, "वैश्विक महामारी में हम लोगों को नाक और मुंह बंद करके रहना पड़ा लेकिन बीजेपी के लोगों पर न जाने क्या बीमारी आई कि उनके आंख और कान बंद हैं और उन्हें जनता और किसानों की परेशानी दिखाई-सुनाई नहीं दे रही है."


किसानों का समर्थन करती है सपा
अखिलेश ने कहा कि, "जिन लोगों ने डिफेंस कॉरिडोर को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार से एमओयू किया था, अभी सुनने में आया कि कई कंपनियों ने वो एमओयू वापस ले लिया है." नए कृषि कानूनों को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों का जिक्र करते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा कि, "नए कानूनों के खिलाफ आंदोलन छेड़ने वाले किसानों को आतंकवादी और खालिस्तानी कहा गया लेकिन हम बधाई देते हैं पंजाब के किसानों को कि उन्होंने सरकार की एक नहीं चलने दी और वह डटे रहे और आज भी आंदोलन कर रहे हैं. हम सपा के लोग उनका पूरा समर्थन करते हैं."


किसान ही असली हिंदुस्तान हैं
सपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि, "सरकार ने राज्यसभा में अपना बहुमत न होने की परवाह ही नहीं की और कानून पारित करा दिए. सरकार कुछ लोगों के हाथ में सारी चीजें देना चाहती हैं ताकि वे पूरी तरह से नियंत्रण कर सकें. जो चीजें जनता के पैसे से बनी वे सब छीनी जा रही हैं. हमारे किसान ही असली हिंदुस्तान हैं और सरकार उनके साथ कैसा बर्ताव कर रही है. देश में जो कुछ चल रहा है उससे पूरी की पूरी अर्थव्यवस्था ढह जाएगी और कुछ लोगों के हाथ में चली जाएगी."


125 करोड़ लोगों को मूर्ख बना रही है सरकार
सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने इस मौके पर कहा कि नए कृषि कानून प्रायोजित हैं और किसान का कोई बेटा ऐसे कानून नहीं बना सकता. उन्होंने आरोप लगाया कि, ''आज पूरे देश पर मुट्ठी भर लोगों का कब्जा कराया जा रहा है. ये सरकार देश के केवल 10 लोगों के लिए काम कर रही है और 125 करोड़ लोगों को मूर्ख बना रही है.'' उन्होंने कहा कि, "राम मंदिर निर्माण के खिलाफ कोई भी व्यक्ति नहीं था लेकिन बीजेपी के लोग ठेकेदार बन गए. इनसे बचिए, ये व्यापारी हैं. इनका भगवान में कोई विश्वास नहीं है. जो जनता को लूटता हो उसमें भगवान के प्रति प्रेम कैसे हो सकता है?"



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