Atiq Ahmad Son Encounter: अतीक अहमद (Atiq Ahmed) के बेटे असद की मुठभेड़ में मौत के संबंध में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने गुरुवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में ‘‘फर्जी’’ मुठभेड़ों पर सवाल उठे हैं. बीजेपी (BJP) शासित राज्य को इस तरह की कार्रवाइयों पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) के कई नोटिस मिले हैं. इस दौरान सपा प्रमुख ने सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की सरकार को नई चुनौती दे दी.
अखिलेश यादव कानपुर और बीते दिनों बलिया में हुई घटना का जिक्र करते हुए कहा, "बलिया में जो मुख्यमंत्री के स्वजातीय लोगों ने यादव जाति के नौजवान की जान लेली, क्या उनको मिट्टी में मिलाएंगे? कानपुर में जिस प्रशासन ने मां बेटी की जान लेली क्या उनको मिट्टी में मिलाएंगे? एक कोशिश हो रही है कि कोई रास्ता निकले जिससे बीजेपी का मुकाबला हो क्योंकि बीजेपी संविधान से खिलवाड़ कर रही है. अपने स्वजातीय अपराधियों पर मेहरबान मुख्यमंत्री बताए! बलिया में मारे गए हेमंत यादव के हत्यारों का कब होगा एनकाउंटर?"
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क्या बोले अखिलेश यादव?
सपा प्रमुख ने आगे कहा, "आगरा में पुलिस द्वारा फर्जी एनकाउंटर में मारे गए आकाश गुर्जर के हत्यारों का कब होगा एनकाउंटर?" उन्होंने सीएम योगी की विधानसभा में की गई उनकी टिप्पणी ‘माफिया को धूल में मिला देंगे’ को लेकर भी कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि इस तरह के ‘फिल्मी संवाद’ बोलने वालों का संविधान में कोई विश्वास नहीं है. सपा प्रमुख ने कहा, ‘‘हाल में कानपुर में जब एक मां-बेटी की झोपड़ी पर बुलडोजर चलाकर आग लगा दी गई, तो दोनों की जान चली गई. इसी तरह, एक फर्जी मुठभेड़ (2019 में) में पुष्पेंद्र यादव मारा गया था. कानपुर में पुलिस हिरासत में एक शख्स की मौत हो गई.’’
यादव ने आरोप लगाया, ‘‘बलिया में भाजपा कार्यकर्ताओं ने एक होनहार छात्र नेता की हत्या कर दी. बलिया में ही ब्याज खोरों ने एक व्यापारी पर इस कदर दबाव डाला कि उसकी जान चली गई.’’ क्या अतीक अहमद के बेटे को फर्जी मुठभेड़ में मार दिया गया, यह पूछे जाने पर यादव ने कहा कि राज्य में ‘‘फर्जी’’ मुठभेड़ों को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार पर बार-बार सवाल उठाए गए हैं. उन्होंने दावा किया, ‘‘एनएचआरसी ने उप्र सरकार को (मुठभेड़ जैसी पुलिस कार्रवाई को लेकर) सबसे ज्यादा नोटिस दिए हैं. देश में हिरासत में सबसे ज्यादा मौतें उत्तर प्रदेश में होती हैं.’’