Lok Sabha Election 2024: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि सपा लोकसभा चुनाव में अपने गठबंधन के साथियों के साथ सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. अखिलेश ने आजमगढ़ में कहा कि मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव हमारी पार्टी ने बड़े अंतर से जीता है. बीजेपी अभी तक मैनपुरी चुनाव के हार का आंकलन नहीं कर पाई है. उन्होंने कहा कि बीजेपी को मैनपुरी में करारी हार इसलिए मिली क्योंकि उसके पास महंगाई, बेरोजगारी और किसान की आय दोगुनी करने के वादे पर कोई जवाब नहीं दे पा रही है. बीजेपी ने हर चीज में महंगाई कर दी है. दूध महंगा हो गया. परिवहन महंगा हो गया. गैस सिलेण्डर के दाम बढ़ा दिये है. बिजली महंगी होने जा रही है. सरकार बताये कि इन सबका मुनाफा कहां जा रहा है. 


अखिलेश ने कहा कि लोकसभा का चुनाव हम अपने गठबंधन के साथियों के साथ सभी 80 सीटों पर लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि बीजेपी वन ट्रिलियन डॉलर इकोनामी बनाने का सपना दिखा रही है, लेकिन यह नहीं बता रही है कि उसके लिए जीडीपी की विकास दर कितनी होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि नीति आयोग की रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश हर पैरामीटर में पिछड़ गया है. अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार माफियाओं को मिट्टी में मिलाने की बात करती है लेकिन यह बताए कि टॉप टेन और टॉप 100 अपराधियों की सूची क्यों नहीं जारी कर रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है. नोटबंदी फेल हो चुकी है. बीजेपी के तमाम नेता भ्रष्टाचार में लिप्त है और कई जगह नोटों के साथ पकड़े जा रहे हैं.


बीजेपी अग्निवीर जैसी आधी अधूरी नौकरी देगी- अखिलेश
सपा मुखिया ने कहा कि बीजेपी ने नौजवानों को धोखा दिया है. उसने नौकरी और रोजगार नहीं दिया. नौजवान 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को सबक सिखाएंगे नहीं तो बीजेपी अग्निवीर जैसी आधी अधूरी नौकरी देगी. निजीकरण को बढ़ावा देगी. उन्होंने कहा कि हमारा नौजवान वर्दी पहन कर देश की सेवा करना चाहता है. आधी अधूरी नौकरी नहीं चाहता है. नौजवानों को एक होकर देश और समाज को बचाने के लिए बीजेपी को हटाना होगा.


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अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार में विकास ठप्प है. लोकनिर्माण, स्वास्थ्य और बिजली जैसे महत्वपूर्ण विभागों में सरकार बजट ही खर्च नहीं कर पा रही है. लोकनिर्माण विभाग न सड़क बना पा रहा है और न सड़कों को गड्ढा मुक्त कर पा रहा है. इसी तरह स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल है. अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में डॉक्टर और अन्य पैरा मेडिकल स्टाफ की भारी कमी है. बीजेपी सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को बजट ही नहीं दिया है.