UP News: एक मीडिया रिपोर्ट की मानें तो उत्तर प्रदेश में सीज गाड़ियां छुड़ाने के नाम पर फर्जीवाड़ा चल रहा था, जिसका अब खुलासा हुआ है. जिसमें यूपी में जज के फर्जी आदेश जारी कर जालसाजों द्वारा सैकड़ों गाड़ियां छुड़ाने का दावा किया गया है. अब इस मीडिया रिपोर्ट को साझा कर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया के जरिए प्रतिक्रिया दी है. 


अखिलेश यादव ने कहा, 'यूपी में भाजपा सरकार के तहत जालसाज़ी का एक और ‘महाकाण्ड’, जिसमें बेखौफ अपराधियों ने जज और आरटीओ तक के फर्ज़ी दस्तावेज बनवाकर सीज की हुई गाड़ियों को छुड़वाने का गोरखधंधा चला रखा है. गृह मंत्री जी और परिवहन मंत्री जी की कोई जवाबदेही है कि नहीं? जनता पूछ रही है : कोई है?'


सपा प्रमुख द्वारा शेयर की गई मीडिया रिपोर्ट में बदायूं जिले में जज के फर्जी आदेश को आधार बनाने का दावा किया गया है, जिसके आधार पर गाड़ियों को छुड़ाया गया है. रिपोर्ट में गोरखधंधे की पोल खोलने का भी दावा किया गया है. वहीं पुलिस को भी इस मामले की जानकारी होने का दावा किया गया है.


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अधिकारियों की मिली भगत का दावा
उनके द्वारा शेयर की गई रिपोर्ट में कुछ बड़े अधिकारियों के इस मामले में मिले होने का दावा किया गया है. रिपोर्ट की मानें तो इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस अलर्ट है और शहर में कई जगहों पर लगातार छापेमारी चल रही है. दावा किया गया है कि आरटीओ और कोर्ट की फर्जी रसीद बनाकर सीज की गई बसों और ट्रकों को छुड़ाने जा रहा है.


दावा किया गया है कि इसका खुलासा सोनभद्र में हुआ है और कोरोना काल के दौरान की 297 ट्रकों को फर्जी रसीद के आधार पर छुड़ा लिया गया है. एक गैंग फर्जी रिलीज आर्डर बनवाता है और फिर उसके आधार पर ही ट्रकों को छुड़वाता रहा है. इस मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद जांच शुरू हो गई है.