अखिलेश यादव का दावा- 2022 चुनाव के इंतजार में हैं किसान, बीजेपी को उनकी रत्ती भर भी फिक्र नहीं
अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार की किसान विरोधी नीति बीजेपी को भारी पड़ेगी. किसान 2022 के चुनाव के इंतजार में हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी के चार साल किसानों के लिए विनाशकारी साबित हुए हैं.
![अखिलेश यादव का दावा- 2022 चुनाव के इंतजार में हैं किसान, बीजेपी को उनकी रत्ती भर भी फिक्र नहीं Akhilesh Yadav claims- Farmers are waiting for UP Assembly elections 2022, BJP is not even concerned about them अखिलेश यादव का दावा- 2022 चुनाव के इंतजार में हैं किसान, बीजेपी को उनकी रत्ती भर भी फिक्र नहीं](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2021/06/09/94802db3cb257ac4fadcbbf4675da108_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर किसानों को परेशान करने का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि बीजेपी सरकार को किसानों की रत्ती भर भी फिक्र नहीं है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के चार साल किसानों के लिए विनाशकारी साबित हुए हैं.
अखिलेश यादव ने कहा कि ''तीन काले कृषि कानून लाकर किसानों को बड़े पूंजीघरानों का आश्रित बना दिया गया है, न किसान को फसल का दाम मिल रहा है और न हीं उससे किए गये वादे पूरे हो रहे हैं. पिछले दिनों हुई बरसात में हजारों टन गेहूं क्रय केंद्रों में खुले में पड़े रहने से बर्बाद हो गए. किसानों को बहाने बनाकर परेशान किया जा रहा है.'' उन्होंने आरोप लगाया, ''प्रदेश में बीजेपी सरकार को किसानों की रत्ती भर भी फिक्र नहीं है. उनकी धान की फसल भी वैसे ही बर्बाद हुई, जैसा आज गेहूं की फसल के साथ हो रहा है. किसान को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिला है. बीजेपी सरकार ने किसानों के साथ कोई वादा नहीं निभाया. उल्टे उसे खेत के मालिक की जगह मजदूर बनाने का कुचक्र रच दिया.''
किसान 2022 के चुनाव के इंतजार में हैं- अखिलेश
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने फतेहपुर, संभल, अमरोहा, चित्रकूट, कन्नौज और फर्रुखाबाद में गेहूं खरीद केंद्रों पर तौल बंद किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा, ''इसकी वजह से किसानों को जबरदस्त मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है. हजारों क्विंटल गेहूं तौल के इंतजार में पड़ा है. किसान टोकन लेकर भटक रहे हैं. मंडी में गेहूं खुले में पड़ा है, बारिश के अंदेशे के बावजूद बचाव का कोई प्रबंध नहीं है.''
सपा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार की किसान विरोधी नीति बीजेपी को भारी पड़ेगी. किसान 2022 के चुनाव के इंतजार में हैं. उत्तर प्रदेश में समाजवादी सरकार बनने पर किसानों के साथ न्याय हो सकेगा.
यह भी पढ़ें-
कल से बदलेगा यूपी का मौसम, 11 और 12 जून को इन हिस्सों में बारिश की संभावना
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)