UP News: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने यूपी के विभिन्न विभागों में हुई ट्रांसफर पोस्टिंग (Transfer Posting) और नमामि गंगे (Namami Gange) योजना में कथित भ्रष्टाचार (Alleged Corruption) की सीबीआई से जांच (CBI Investigation) कराने की मांग की है. उन्होंने मंहगाई को लेकर भी हमला बोला और कहा कि इसके लिए राज्य सरकार और बीजेपी जिम्मेदार है. पूर्व सीएम ने कहा कि समाजवादी पार्टी इन मुद्दों को उठाएगी. 


कृत्रिम बारिश पर अखिलेश ने किया यह तंज


अखिलेश ने योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार को कृत्रिम बारिश के मुद्दे पर भी घेरा. उन्होंने पूछा, 'भाजपाई कृत्रिम बारिश करवाने की बात कर रहे थे, क्या बारिश हुई? विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने किसानों के ट्यूबवेल का बिजली बिल माफ करने का वादा किया था, क्या वादा निभाया गया?' उन्होंने साथ ही कहा कि पीडब्ल्यूडी में जो भ्रष्टाचार हुआ है उसमें मंत्री जिम्मेदारी हैं. 


महंगाई के मुद्दे पर बीजेपी को यूं घेरा


राज्य के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने जन्माष्टमी के बहाने सरकार को घेरा. उन्होंने पूछा, 'जन्माष्टमी के ठीक एक महीने पहले बीजेपी सरकार ने दूध, दही, छांछ पर जीएसटी लगाकर जो चोट कृष्णभक्तों को दी है उससे आहत होकर हर एक भोला कृष्ण भक्त पूछ रहा है कि क्या अब दूध-दही से जुड़े लोकोक्ति मुहावरों पर भी जीएसटी देना पड़ेगा? दूध, दही पर टैक्स लगा रहे तो गोबर पर क्यों नहीं? कभी-कभी बीजेपी के लोग दूसरे लोगों से सवाल करवाते हैं. मंत्री खुद कह रहे हमें अपमानित होना पड़ रहा है.'


Nainital News: नैनीताल में बाघों के आतंक से दहशत में लोग, अब वन विभाग ने उठाया ये कदम


नकल करने के लिए बुद्धि चाहिए : अखिलेश


 अखिलेश यादव ने कहा कि आने वाले समय में समाजवादी पार्टी सदस्यता अभियान चलाएगी. समाजवादी पार्टी गांव, कस्बे, मोहल्ले तक पहुंचेगी. उन्होंने कहा कि सैफई मेडिकल कॉलेज में सड़कों पर पानी, गड्ढे और कुत्ते दिखाई दिए. समाजवादी सरकार में मेडिकल कॉलेज बना इसलिए बीजेपी सरकार बजट नहीं दे रही. नकल करना आसान है लेकिन उसके लिए बुद्धि चाहिए. टोह लेने के लिए डायरी पेन लेकर किसी को खड़ा कर दिया जाता है. बीजेपी के पास कोई विजन नहीं है. उसकी नीति और नीयत में खोट है.     


ये भी पढ़ें -


Bundelkhand: खुद को जिंदा साबित करने का संघर्ष और पेंशन की उम्मीद, कब दिल पसीजेगा सरकारी बाबुओं का?