Sambhal News: उत्तर प्रदेश स्थित संभल में 46 वर्ष बाद मंदिर मिलने की घटना पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने संभल की घटना पर कहा - इस तरह की ड्राइव आप भारत में कहीं भी कर दें आपको मंदिर मिल जाएगा. हमें इतिहास में नहीं भविष्य के बारे में बात करनी चाहिए. आज उत्तर प्रदेश के साथ भेदभाव हो रहा है हमें उसके बारे में बात करनी चाहिए.


अखिलेश ने कहा कि कोई सच नहीं दबा सकता है सच सच होता है ,लेकिन हमें भविष्य की बात करनी चाहिए.  क्या आज गंगा साफ़ है ? कुम्भ व्यापार की जगह नहीं होनी चाहिए आज कुम्भ में भी हमारे साधु संतो को सम्मान नहीं मिल रहा है. 


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सीएम योगी ने क्या कहा?
वहीं संभल में सांप्रदायिक दंगों के बाद 1978 से बंद रखे गए एक मंदिर को प्रशासन द्वारा पुनः खोले जाने पर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि यह मंदिर रातोंरात प्रकट नहीं हुआ है, बल्कि यह ‘‘हमारी चिरस्थायी विरासत और हमारे इतिहास की सच्चाई’’ का प्रतिनिधित्व करता है. महाकुंभ पर एक कार्यक्रम में, मुख्यमंत्री ने 46 साल पहले संभल में हुई दुखद घटनाओं का उल्लेख किया, जहां निर्दोष लोगों ने ‘‘बर्बर हिंसा’’ में अपनी जान गंवा दी थी. मुख्यमंत्री ने सवाल किया, ’’नरसंहार के अपराधियों को दशकों बाद भी अदालत के कठघरे में क्यों नहीं लाया गया?’’


 उन्होंने उन लोगों की आलोचना की, जो “सच्चाई को दबाने और कुंभ जैसे सांस्कृतिक आयोजनों को कलंकित करने” का प्रयास करते हैं तथा इस बात पर जोर दिया कि सच्चाई की आवाज को अक्सर धमकियों और खामोश कराने के प्रयासों का सामना करना पड़ता है. 


एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने संभल स्थित मंदिर के बारे में बात की, जिसे स्थानीय प्रशासन द्वारा अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान दशकों बाद हाल में खोला गया है. मुख्यमंत्री ने कहा, “संभल में इतना प्राचीन मंदिर, बजरंग बली की प्राचीन मूर्ति और ज्योतिर्लिंग रातोंरात तो नहीं प्रकट हो गईं. यह हमारी चिरस्थायी विरासत और हमारे इतिहास की वास्तविकता का प्रतिनिधित्व करता है.”