अखिलेश यादव की जबरदस्त हाजिरजवाबी, सीएम योगी से राहुल-प्रियंका पर दिए मजेदार जवाब
Akhilesh Yadav Interview: अखिलेश यादव ने राहुल गांधी से अपनी दोस्ती और सीएम योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्य तक पर खुलकर बात की और इन्हें लेकर पूछे गए सवालों का बेहद दिलचस्प जवाब दिया.
Akhilesh Yadav: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और कन्नौज लोकसभा सीट से सांसद अखिलेश यादव अपने मजाकिया अंदाज और जबरदस्त हाजिर जवाबी के लिए जाने जाते हैं. वो अपनी बात को बिना नाम लिए भी इस तरह के रखते हैं कि वो सीधा निशाने पर लगती है. उनका ये अंदाज अक्सर चर्चाओं में रहता है. सत्ता पक्ष के नेता हो या कोई वो पलटवार करने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं.
सपा अध्यक्ष इसी हाजिर जवाबी का नजारा उस वक़्त देखने को मिला जब वो 4 पीएम न्यूज के एक खास कार्यक्रम में पहुंचे थे, जहां उन्होंने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से अपनी दोस्ती और सीएम योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्य तक पर खुलकर बात की और इन्हें लेकर पूछे गए सवालों का बेहद दिलचस्प जवाब दिया.
सपा अध्यक्ष के जवाबों ने की बोलती बंद
हुआ ये कि इंटरव्यू के बाद उनसे तमाम नेताओं को लेकर छोटे-छोटे सवाल पूछे गए. अखिलेश यादव से जब ये पूछा गया कि उन्हें सीएम योगी आदित्यनाथ में क्या अच्छा लगता है तो उन्होंने तपाक से कहा मुझे उनमें कोई अच्छी बात नहीं लगती. वहीं केशव प्रसाद मौर्य में क्या अच्छा है, इसके जवाब में उन्होंने कहा कि ये मैं आपको योगी आदित्यनाथ से पूछकर बताऊंगा कि उनमें क्या अच्छा है.
इन दिनों अखिलेश यादव और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बीच भी जबरदस्त बॉन्डिंग दिखाई देती है. सदन में दोनों नेताओं का तालमेल देखने लायक है. हर मुद्दे पर वो एकसाथ सत्ता पक्ष पर हावी होते दिखते हैं. इंटरव्यू के दौरान जब उनसे पूछा गया कि राहुल और प्रियंका गांधी में से उनकी किससे सबसे ज़्यादा पटती है तो उन्होंने कहा- 'दोनों अच्छे हैं..दोनों से पटती है.'
आइडल नेता के सवाल पर दिया दिलचस्प जवाब
सपा अध्यक्ष से जब देश के आइडल नेता को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि आइडल नेता देखना होगा तो मैं मिरर (शीशा) में देखूंगा. यहां क्यों बताऊं? वहीं संसद में अनुराग ठाकुर द्वारा जाति को लेकर पूछे गए सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी को किसी भी नेता की जाति नहीं पूछनी चाहिए. खासतौर से विपक्ष के नेता से ऐसा नहीं बोलना चाहिए था. मंत्री बनना है तो चमचागीरी का कोई दूसरा तरीका ढूंढ लेना चाहिए.
नेता विपक्ष बनने के बाद राहुल गांधी में क्या अंतर आया इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पद पाने के बाद बहुत सी बातें अपने आप आ जाती है वो उनसे डील कर रहे हैं और आगे भी डील करेंगे.