UP Politics: चुनावी हार के बाद अखिलेश यादव का बड़ा फैसला, राष्ट्रीय और राज्य कार्यकारिणी को किया भंग, इनकी बची कुर्सी
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पार्टी की राष्ट्रीय, राज्य और जिला कार्यकारिणी को भंग कर दिया है. यह फैसला रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में मिली हार के बाद किया गया है.
UP News: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) लोकसभा उपचुनाव में दो प्रमुख सीट गंवाने के बाद एक्शन के मोड में नजर आ रहे हैं. उन्होंने यूपी के प्रदेश अध्यक्ष (State President) को छोड़कर सभी इकाइयों के अध्यक्ष पद को भंग कर दिया है. यह निर्णय तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है. हालांकि इस फैसले के पीछे की वजह नहीं बताई गई है.
नरेश उत्तम पटेल की बची कुर्सी
सपा ने अपने ट्विटर हैंडल पर रविवार को यह जानकारी दी है. इसमें कहा गया है कि अखिलेश यादव ने पार्टी के सभी युवा संगठनों, महिला सभा और अन्य सभी इकाइयों के राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष को भंग कर दिया है. इसके अलावा राष्ट्रीय, राज्य और कार्यकारिणी को भी भंग किया गया है. हालांकि यूपी के प्रदेश अध्यक्ष की स्थिति यथावत रखी गई है, उसे भंग नहीं किया गया है यानी कि प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल अपनी कुर्सी बचाने में कामयाब रहे हैं.
2019 चुनाव के बाद भी किया था ऐसा फैसला
यह पहला मौका नहीं है जब अखिलेश ने ऐसा निर्णय लिया है. इससे पहले 2019 में लोकसभा चुनाव के बाद भी ठीक ऐसा ही फैसला किया गया था. सपा यूपी की 80 में से केवल 5 सीटों पर ही जीत हासिल कर पाई थी जिसके बाद आज की ही तरह सपा ने यूपी प्रदेश अध्यक्ष को छोड़कर सभी इकाइयों के अध्यक्ष को हटा दिया था. उस वक्त भी नरेश उत्तम पटेल ही प्रदेश अध्यक्ष थे.
बता दें कि हाल ही में संपन्न रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में सपा को हार का मुंह देखना पड़ा है. रामपुर आजम खान और आजमगढ़ अखिलेश के पिता पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का गढ़ रहा है. दोनों ही सीटों को गंवाने के बाद सपा आत्ममंथन के मूड में आ गई है.
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