Akhilesh Yadav In Parliament: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मगंलवार को संसद में भारतीय जनता पार्टी नीत एनडीए सरकार और यूपी में योगी सरकार पर जमकर हमला बोला. संसद में अखिलेश ने कहा कि जहां तक यूपी में देखा है इस सरकार में एक भी नई मंडी बनी हो तो सरकार बना दे. सरकार की तरफ से एक भी मंडी बनी हो, तो सरकार बताए. जो राष्ट्रपति के अभिभाषण में किसानों को गारंटी मिलनी चाहिए थी, वो नहीं मिली है. ओपीएस की बात अभिभाषण में नहीं आई.
अखिलेश ने कहा कि जहां से पीएम चुनकर आते हैं, वहां की प्रदेश सरकार भी वन ट्रिलियन इकोनॉमी की बात कर रही है. यूपी में अगर ये संभव करना है तो 35 प्रतिशत की ग्रोथ चाहिए. मुझे नहीं लगता कि ये संभव नहीं हो पाएगा.
वाराणसी और अयोध्या में गुणवत्तापरक विकास कार्य न होने का आरोप लगाते हुए अखिलेश ने कहा कि यूपी की जनता का आग्रह है कि जिस गंगा जल को हाथ में लेकर कसम खाई जाती है, कम से कम उस गंगा जल से झूठ तो न बोला जाए. जहां विकास के नाम पर खरबों की लूट हो रही है.
यूपी में आरक्षण के मुद्दे पर अनुप्रिया पटेल के बाद अब अखिलेश ने उठाए सवाल, जानें- क्या कहा?
अखिलेश ने उठाया छुट्टा पशुओं का मुद्दा
अखिलेश ने कहा कि अयोध्या का नाम लिए बिना कहा कि पहली बारिश में टपकते हुए छत, गिर चुकी स्टेशन की दीवार बेईमानी की निशानी बन गई है. छुट्टा पशुओं और गन्ना भुगतान पर अखिलेश ने कहा कि अनाथ पशुओं से छुटकारा दिलाने के लिए काफी कुछ कहा गया. अभी तक गन्ने का पूरा भुगतान नहीं हुआ है. जो वचन दिया था. वचन कहां दिया था, वो भी अब याद नहीं है.
अखिलेश ने कहा कि यूपी में प्रभुत्व की लड़ाई दो लोगों को आपस में लड़ा रही है, इसकी मार जनता को सता रही है. एक शिक्षा माफिया का जन्म हुआ. यूपी में नौजवान जब परीक्षा देकर आता था तो पता चलता था कि पेपर लीक हो गया.