UP Politics: एमपी में मिली हार पर चु्प्पी साध गए अखिलेश यादव और सपा! क्या हैं इसके मायने?
एमपी और राजस्थान की सभी सीटों पर परिणाम आए 24 घंटे होने को हैं लेकिन अखिलेश यादव अभी तक चुप हैं. समाजवादी पार्टी की ओर से भी कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं आया.
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UP Politics: मध्य प्रदेश और राजस्थान में समाजवादी पार्टी को करारी हार मिली है. 40 से ज्यादा सीटों पर उम्मीदवार उतारने वाली सपा को नोटा से भी कम मत मिले. वहीं राजस्थान में भी कुछ ऐसा ही हाल रहा. यहां पार्टी को 0.1 फीसदी वोट मिले तो वहीं एमपी में 0.46 फीसदी वोट से ही संतोष करना पड़ा.
एमपी और राजस्थान की सभी सीटों पर परिणाम आए 24 घंटे होने को हैं लेकिन अखिलेश यादव अभी तक चुप हैं. इतना ही नहीं समाजवादी पार्टी की ओर से भी कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया.
अब यूपी के राजनीतिक हलकों में अखिलेश और सपा की चुप्पी के कई मायने निकाले जा रहे हैं. माना जा रहै कि अखिलेश यादव इस चुप्पी के पीछे नई रणनीति सामने आ सकती है. अखिलेश यादव अब कांग्रेस को सबक सिखाने के मूड में दिख रहे हैं.
पी में इंडिया अलायंस का भविष्य भी अधर में !
इतना ही नहीं एमपी और राजस्थान के परिणामों के बाद माना जा रहा है कि यूपी में इंडिया अलायंस का भविष्य भी अधर में है. एक ओर जहां कांग्रेस अलायंस में 20-22 सीटें मांग रही है वहीं सपा के नेताओं का दावा है कि जो बर्ताव हमारे साथ एमपी में कांग्रेस ने किया, वही हम यूपी में कांग्रेस के साथ करेंगे. यानी कांग्रेस को गठबंधन में यूपी में ज्यादा 2 सीटें मिल सकती हैं.
इन सबके बीच अखिलेश यादव आज वाराणसी आएंगे. जानकारों का दावा है कि यहां वह लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी का एलान भी कर सकते हैं. अगर ऐसा हुआ तो यह तय है कि यूपी में सपा गठबंधन की बात तो करेगी लेकिन वह आक्रामक रहेगी और कांग्रेस को ज्यादा स्पेस नहीं देगी.
इसके अलावा अखिलेश हालिया चुनावों में I.N.D.I.A. से ज्यादा पीडीए पर फोकस देते दिखे. यूपी चुनाव में भी अखिलेश और सपा की रणनीति यही हो सकती है. सूत्रों का दावा है कि राष्ट्रीय लोकदल और उसके नेता जयंत चौधरी से भी अखिलेश के रिश्ते बहुत अच्छे नहीं रह गए हैं. ऐसे में गठबंधन के संदर्भ में अखिलेश कोई बड़ा फैसला भी कर सकते हैं.
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