UP News: बीते दिनों में कई विपक्षी नेता बीजेपी (BJP) के खिलाफ एकजुट होकर महागठबंधन बनाने की तैयारी कर रहे हैं. कर्नाटक (Karnataka) में कांग्रेस (Congress) की जीत के बाद ये सुर और तेज हुए हैं, साथ ही बीजेपी के विरोधियों का कांग्रेस के प्रति रुख भी नरम पड़ा है. पहले अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav), फिर जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) और अब ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) के सुर बदले नजर आ रहे हैं. 


सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कर्नाटक चुनाव के नतीजे आने के बाद कांग्रेस के प्रति नरम रुख दिया. उन्होंने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के संकेत तक दिए. इसके बाद आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन पर प्रतिक्रिया दी तो हलचल तेज हो गई. उन्होंने कहा, "कांग्रेस बेहतर कर रही है. कांग्रेस विपक्ष का रोल अदा कर रही है. ये समय बताएगा कि क्या स्थिति बनती है, किसके साथ गठबंधन होता है."


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गठबंधन से जूझ रही राजनीति
अब शनिवार को एक निजी चैनल के साथ बातचीत के दौरान ओम प्रकाश राजभर ने कहा, "पूरे देश की राजनीति गठबंधन से जूझ रही है. दिल्ली की सरकार 29 दलों के गठबंधन की है. प्रदेश की सरकार तीन दलों के गठबंधन की है. सब गठबंधन में जूझ रहा है, तो समय आएगा तब बताएंगे. गठबंधन तो तय है. ये सवाल आपको अभी नहीं बताएंगे, हम दो या तीन महीने पहले बताएंगे."


इससे पहले भी उन्होंने यूपी में अखिलेश यादव के साथ गठबंधन के संकेत दिए थे. लेकिन इसके लिए उन्होंने सपा से मायावती और कांग्रेस को साथ लेने के लिए कहा था. अब उन्होंने कहा कि यूपी की राजनीति में मायावती को मंच पर ला दें. अखिलेश यादव, नीतीश कुमार और सोनिया गांधी मंच पर आ जाएं. अगर ये चार लोग मंच पर आ जाएंगे, उसी दिन हम उनके मंच पर रहेंगे. सुभासपा प्रमुख का ये बयान सपा और आरएलडी के साथ जाने के भी संकेत दे रहा है.