UP News: दिल्ली में बुधवार को होने टल गई है, अब ये बैठक 17 दिसंबर को हो सकती है. कई नेताओं के बैठक से दूरी बनाने के कारण इस बैठक को टालना पड़ा है. समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) भी 6 दिसंबर को बैठक में हिस्सा लेने के लिए नहीं जा रहे थे. इसके पीछे उनके कुछ कार्यक्रम को बताया जा रहा था. लेकिन अब फिर से यूपी में INDIA गठबंधन को लेकर हलचल बढ़ी है.


दरअसल, अखिलेश यादव के बयानों पर गौर करें तो उन्होंने INDIA गठबंधन को लेकर अपना सहयोग जता दिया है. लेकिन पार्टी के विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो यूपी में इस गठबंधन की कमान अखिलेश यादव लेना चाहते हैं. इसके बीच की वजह राज्य में बीजेपी के खिलाफ सपा का सबसे बड़ा दल होना माना जा रहा है. सपा का कहना है कि राज्य में बीजेपी का मुकाबला करने के लिए सपा ही सबसे बड़ी और मजबूत पार्टी है. 


यूपी में बांटेंगे सीट
इतना ही नहीं अखिलेश यादव का कहना है कि हम गठबंधन से यूपी में सीट मांगेंगे नहीं बल्कि उन्हें सीट बांटेंगे. इसकी झलक सपा प्रमुक के पहले के बयानों में भी नजर आती है. तब सीट शेयर से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा था, 'यूपी में इंडिया गठबंधन से सपा सीटें नहीं मांगेंगी, बल्कि गठबंधन दलों को हम सीट देंगे.' वहीं इस गठबंधन के कुछ नेता बता रहे हैं कि सपा को यूपी में INDIA गठबंधन के नेतृत्व करने जिम्मेदारी दी जा सकती है.


INDIA गठबंधन में यूपी की सबसे बड़ी और मजबूत पार्टी होने के कारण सपा को शीट शेयरिंग फॉर्मूला तय करने की जिम्मेदारी भी मिल सकती है. लेकिन राज्य में आरएलडी के ओर से आगामी चुनाव के लिए 12 सीटों की डिमांड रखी गई है, इस वजह से पेच फंसता हुआ नजर आ रहा है. जबकि सपा के साथ गठबंधन में कांग्रेस और अपना दल कमेरावादी भी होगी. ऐसे में शीट शेयरिंग का फॉर्मूला बनाना गठबंधन के लिए एक चुनौती होने वाला है.