नई दिल्ली, एबीपी गंगा। जेएनयू हिंसा मामले पर सियासत गर्म है। विपक्षी दल जेएनयू में तोड़फोड़ और हिंसा के लिए सत्ताधारी पार्टी को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं, तो वहीं जेएनयू कैंपस डर के साये में कैद है। खबर है कि छात्र कैंपस छोड़ अपने घर के लिए रवाना हो रहे हैं। वहीं, बीएसपी सुप्रीमो मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी जेएनयू हिंसा की निंदा करते हुए मामले की न्यायिक जांच की मांग की है।


मायावती ने इस पूरे प्रकरण को शर्मनाक बताते हुए ट्वीट कर लिखा, 'JNU में छात्रों व शिक्षकों के साथ हुई हिंसा अति-निंदनीय व शर्मनाक है। केंद्र सरकार को इस घटना को अति-गंभीरता से लेना चाहिये। साथ ही इस घटना की न्यायिक जांच हो जाये तो यह बेहतर होगा।'





वहीं, अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर घटना की निंदा करते हुए लिखा, 'JNU में जिस तरह नक़ाबपोश अपराधियों ने छात्रों और अध्यापकों पर हिंसक हमला किया है, वो बेहद निंदनीय है। इस विषय में तत्काल उच्च स्तरीय न्यायिक जांच होनी चाहिए।'





अखिलेश ने बीजेपी को निशाने पर लेते हुए एक अन्य ट्वीट में लिखा, ' नकाबपोश लोगों द्वारा JNU में शिक्षकों और छात्रों पर हमला करना ये दर्शाता है कि ये सरकार सत्ता के लिए कितना नीचे गिर सकती है। बीजेपी ध्रुवीकरण के लिए हिंसा और नफरत का इस्तेमाल कर रही है। एबीवीपी बीजेपी के लिए काम कर रही है।'


गौरतलब है कि रविवार देर शाम दिल्ली के दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में नकाबपोश गुंडो ने जमकर उपद्रव किया। लाठी, डंडों और लोहे की रॉड से छात्र-छात्राओं और शिक्षकों पर हमला किया, जिसमें 25 से ज्यादा लोग घायल हो गए। जेएनयू हिंसा की तस्वीरे भी वायरल हो रही हैं। इस बीच जेएनयू परिसर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और नाकाबपोश गुंडों की पहचान की जा रही है। कैंपस में दिल्ली पुलिस के अलावा पैरा मिलिट्री को भी तैनात कर दिया गया है। जेएनयू प्रशासन ने घटना को लेकर एफआईआर भी दर्ज करा दी है।


जेएनयू हिंसा में घायल छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को एम्स में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। रविवार को सभी घायलों से मिले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा एम्स के ट्रामा सेंटर पहुंच गईं। घायल छात्रों से मिलने के बाद प्रियंका ने ट्वीट कर लिखा, 'एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती घायल छात्रों ने मुझे बताया कि लाठी-डंडों के साथ गुंडे ने कैंपस में घुस गए। उन्होंने हमपर हमला करना शुरू कर दिया। कई लोगों को गंभीर चोटें आई हैं। एक छात्र ने बताया कि पुलिस ने उसके सिर पर कई बार घुसा मारा।'


उन्होंने एक अन्य ट्वीट में सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा, 'इस सरकार की एक बड़ी दिक्कत है, जो अपने ही बच्चों पर हिंसा को भड़काती है और उसकी अनुमति देती है।'





यह भी पढ़ें:

JNU में आखिर कल क्या हुआ था? कौन थे वो नकाबपोश गुंडे

Uttar Pradesh LIVE News Updates : JNU हिंसा पर क्या बोलीं मायावाती- पढ़ें, यूपी के हर गांव-शहर का अपडेट