UP Politics: लालू प्रसाद यादव से मिलने क्यों गए थे अखिलेश यादव? सपा नेता सुनील साजन ने बताई वजह
UP News: सुनील सिंह साजन ने कहा कि भाजपा जब शुरुआती दौर में थी तो सिर्फ दो सांसद थे, उनका देश में क्या था. लेकिन धीरे-धीरे देश में उनकी सरकार बन गई.
Lucknow News: सपा प्रवक्ता व पूर्व एमएलसी सुनील सिंह साजन (Sunil Singh Sajan) ने कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अगर पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव से मिल रहे, उनका हालचाल और स्वास्थ्य जान रहे तो भाजपा के पेट में क्यों दर्द हो रहा. जिस तरीके से भाजपा सरकार उस परिवार, उस पार्टी को परेशान कर रही सब जानते हैं. 2022 के चुनाव को देख लें जिस राज्य में 80 सीटें हैं वहां समाजवादी पार्टी भाजपा से सिर्फ 3.50 लाख वोट ही तो पीछे है. वह भी तब जबकि भाजपा और बसपा का मिलाजुला अघोषित गठबंधन है. उन्होंने कहा कि भाजपा समझ रही है कि उसका विजय रथ उत्तर प्रदेश में अगर कोई रोक सकता है तो समाजवादी पार्टी ही रोकेगी इसलिए जब अखिलेश गुजरात या तेलंगाना जाएं, जब दिल्ली में दूसरे दलों से मिलें तो दिक्कत होती. भाजपा समझ रही है कि उनको असली चुनौती कौन दे सकता है इसलिए सवाल खड़ा कर रहे हैं.
सुनील सिंह साजन ने कहा कि भाजपा जब शुरुआती दौर में थी तो सिर्फ दो सांसद थे, उनका देश में क्या था. लेकिन धीरे-धीरे देश में उनकी सरकार बन गई. तो जो लोग कह रहे हैं कि हमारा कोलकाता में या देश में क्या है तो जान लें यही समाजवादी पार्टी देश की सरकार भाजपा से छीनेगी. तब भाजपा को सपा की ताकत समझ आएगी. उन्होंने कहा कि हमारी ताकत नौजवान, पिछड़ा, दलित, मुसलमान, किसान हैं जिसे धोखा मिला है. जिसे बड़े-बड़े सपने दिखाने के बाद कुछ नहीं मिला. भारतीय जनता पार्टी सबसे भ्रष्ट पार्टी और सबसे भ्रष्ट सरकार है. नोटबंदी में सबसे ज्यादा घोटाला करने वाली भाजपा कोरोना महामारी में पूरे देश में भ्रष्टाचार करने वाली, भर्ती के नाम पर, ट्रांसफर पोस्टिंग के नाम पर सारे विभागों को लूट कर अब कहां भेज रहे यह तो भाजपा बता सकती है. लेकिन भाजपा से अधिक भ्रष्टाचार वाली सरकार अब तक देश को नहीं मिली.
राजनीति में हार जीत लगी रहती है- सुनील सिंह साजन
सपा की कोलकाता में होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को लेकर सुनील सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सभी प्रदेश के अध्यक्ष पार्टी के सारे नेता होंगे. तो किस तरीके से 2024 में भाजपा को रोका जाए, कैसे उनका विजय रथ रुके, कैसे उनका सच सामने आए. भाजपा कोई बड़ी बात नहीं है बस भाजपा का सच सामने आ रहा है और वह पूरा सामने आए. किस तरह भाजपा देश बचाने के नाम पर आई थी और देश बेच रही है. देश को तरक्की की तरफ ले जाने का नारा देकर देश को गर्त में ले जा रही है. जो भाजपा के पूर्वज थे देश और संविधान के खिलाफ थे, राष्ट्रीय ध्वज के खिलाफ थे. जो आजादी के खिलाफ रहे हों वह कब से देश प्रेमी हो गए. यह उनका नाटक देश के सामने लाना है, उनका सच सामने लाना है, बताना है कि यह झूठे लोग हैं.
सहकारी समितियों के चुनाव पर सुनील सिंह ने कहा कि राजनीति में हार जीत लगी रहती है. कभी हम सरकार में थे भाजपा हारी, कभी भाजपा सरकार में है हम हारे. लेकिन हम लोगों ने जो नियम कानून थे उसमें इतनी धांधली नहीं की. बल्कि किसी भी दल ने इतनी धांधली नहीं की. भाजपा के चुनाव में एजेंट एसओ, तहसीलदार, कानूनगो, एसडीएम हैं. यह चुनाव भाजपा नहीं सरकारी अधिकारी लड़ रहे हैं. अगर भाजपा ही लड़ रही होती तो नामांकन करने दीजिए, निष्पक्ष चुनाव होने दीजिए. क्यों डरते हैं, क्यों सरकारी तंत्र को आगे कर रहे.