Lok Sabha Election 2024 Date: लोकसभा चुनाव  2024 से पहले समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. कांग्रेस (Congress) से मतभेद के बीच यूपी में अब तक स्थिति साफ नहीं है, कि सपा इंडिया गठबंधन (I.N.D.I.A) के साथ है या नहीं. इस बीच अब अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के सहयोगी भी उन्हें जल्द से जल्द फैसला लेने की नसीहत देने लगे हैं. उनका कहना है कि एक महीने में सीट बंटवारे को लेकर फैसला कर लेना चाहिए नहीं तो सपा को दिक्कत हो सकती है. 


यूपी में सपा के सहयोगी महान दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशवदेव मौर्य ने कहा, कि सपा को एक महीने के सीटों का बंटवारा करके टिकटों की घोषणा कर देनी चाहिए. इसके साथ ही उन्हें ये भी जल्दी तय करना होगा कि सपा को इंडिया गठबंधन में रहना है या नहीं. 


अखिलेश यादव को मिला एक महीने का समय
केशवदेव मौर्य ने कहा, 2024 को लेकर समाजवादी पार्टी को जल्द ही फैसला कर लेना चाहिए कि करना क्या है. सपा को जल्द ही सीट बंटवारा करके प्रत्याशी घोषित कर देना चाहिए, ताकि प्रत्याशियों को अपने क्षेत्र में काम करने का भरपूर समय मिल सके और वो अपने क्षेत्रों में जाकर और ज्यादा से ज्यादा लोगों को समाजवादी पार्टी की विचारधारा से जोड़ सके. 


केशवदेव ने कहा,  बीजेपी जमीन पहले से ही तैयार है, उनका वोटर मोदी और योगी के नाम पर ही वोट देगा, प्रत्याशी मैटर नहीं करेगा, लेकिन सपा को सोच समझकर सारे जातीय समीकरण और विकास के मुद्दे देखने होंगे. इसलिए अखिलेश यादव को I.N.D.I.A गठबंधन से अलग हो जाना चाहिए या 31 दिसंबर 2023 तक सारे विवाद समाप्त कर लेना चाहिए, ऐसा न होने पर समाजवादी पार्टी का नुकसान पक्का है, यूपी में कांग्रेस का कुछ नहीं है. 


छोटे दलों को साथ लेकर चलें अखिलेश
मौर्य ने अखिलेश को विधानसभा चुनाव की याद दिलाते हुए कहा कि अखिलेश यादव जी ने विधानसभा चुनाव-2022 में छोटे दलों के साथ गठबंधन कर 125 सीट जीती हैं, मैनपुरी और घोसी उपचुनाव जीता है, जबकि उस समय अखिलेश जी पूरी तरह ओवर-कॉन्फिडेंट थे और अब पूरी तरह सतर्क और चौकन्ना हैं. इसलिए सपा के एक बार फिर छोटे दलों को साथ लेकर चाक-चौबंद रणनीति बनाकर लड़ना चाहिए, ऐसे में सपा को 40-50 लोकसभा सीट जीतने से कोई नहीं रोक पाएगा.


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