Akhilesh Yadav News: देश में जातिगत जनगणना कराने का मुद्दा लगातार सुर्खियों में बना हुआ है. बिहार में जातिगत सर्वे की रिपोर्ट जारी होने के बाद विपक्षी नेताओं ने देश में भी जातिगत जनगणना की मांग तेज कर दी है. समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव लगातार जातिगत जनगणना कराए जाने की मांग कर रहे हैं. अब उन्होंने जातिगत जनगणना कैसे कराई जा सकती हैं इसके लिए सुझाव भी दिया है. 


अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा कि आधार कार्ड तंत्र की उपलब्धता के कारण जाति जनगणना तीन महीने में पूरी की जा सकती है. कटनी जिले के बहोरीबंद में एक रैली को संबोधित करते हुए सपा चीफ ने कांग्रेस पर भी तंज कसा और कहा कि पार्टी की जाति जनगणना की मांग एक चमत्कार है. 


राहुल गांधी पर किया कटाक्ष


यूपी के पूर्व सीएम ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की उस टिप्पणी पर कटाक्ष किया जिसमें उन्होंने कहा था कि जाति जनगणना एक एक्स-रे की तरह होगी जो देश में विभिन्न समुदायों का विवरण देगी. सपा नेता ने व्यंग्यात्मक ढंग से पूछा, "जब एमआरआई (मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग) और सीटी (कंप्यूटेड टोमोग्राफी) स्कैन जैसी नयी तकनीक उपलब्ध है तो एक्स-रे क्यों?" 


"सभी के पास आधार कार्ड है"


अखिलेश यादव ने कहा कि सबसे बड़ा चमत्कार यह है कि कांग्रेस जाति जनगणना के बारे में भी बात कर रही है. जो लोग एक्स-रे के बारे में बात कर रहे हैं, ये वही लोग हैं जिन्होंने आजादी के बाद जाति जनगणना बंद कर दी थी. उन्होंने पूछा कि जातियों की गिनती तीन महीने में की जा सकती है. सारा डेटा उपलब्ध है. सभी के पास आधार कार्ड है. इसमें समय क्यों लगेगा. 


बीजेपी पर साधा निशाना


उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण लागू किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि जब सपा उत्तर प्रदेश में सत्ता में थी तो उसने ऐसी सड़कें बनवाई थीं, जिन पर आपात स्थिति में विमान उतर सके. उन्होंने रैली में उपस्थित लोगों से पूछा कि क्या डबल इंजन सरकार (मध्य प्रदेश और केंद्र में बीजेपी शासन) ने यहां ऐसी कोई सड़क बनाई है. 


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