'वन नेशन-वन इलेक्शन' बिल को अखिलेश यादव ने बताया षड्यंत्र, कहा- 'ये जनमत का अपमान'
UP News: वन नेशन, वन इलेक्शन पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि जो सरकार बारिश, पानी, त्योहार, नहान के नाम पर चुनावों को टाल देती है, वो एक साथ चुनाव कराने का दावा कैसे कर सकती है.
Akhilesh Yadav on One Nation One Election: केंद्रीय कैबिनेट ने 'वन नेशन, वन इलेक्शन' बिल को मंजूरी दी है. इससे देश भर में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने का रास्ता साफ हो गया है. अब सरकार इस बिल को अगले हफ्ते संसद में पेश कर सकती है. वहीं 'वन नेशन, वन इलेक्शन' बिल को कैबिनेट में मिली मंजूरी पर समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया दी है. सपा सांसद ने इसे जनमत का अपमान बताया है.
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा-"‘एक देश, एक चुनाव’ सही मायनों में एक ‘अव्यावहारिक’ ही नहीं ‘अलोकतांत्रिक’ व्यवस्था भी है क्योंकि कभी-कभी सरकारें अपनी समयावधि के बीत में भी अस्थिर हो जाती हैं तो क्या वहाँ की जनता बिना लोकतांत्रिक प्रतिनिधित्व के रहेगी. इसके लिए सांविधानिक रूप से चुनी गयी सरकारों को बीच में ही भंग करना होगा, जो जनमत का अपमान होगा.
पूर्व सीएम ने आगे लिखा-"दरअसल ‘एक देश, एक चुनाव’ लोकतंत्र के खिलाफ, एकतंत्री सोच का बहुत बड़ा षड्यंत्र है. जो चाहता है कि एक साथ ही पूरे देश पर कब्जा कर लिया जाए. इससे चुनाव एक दिखावटी प्रक्रिया बनकर रह जाएगा. जो सरकार बारिश, पानी, त्योहार, नहान के नाम पर चुनावों को टाल देती है, वो एक साथ चुनाव कराने का दावा कैसे कर सकती है. ‘एक देश, एक चुनाव’ एक छलावा है, जिसके मूल कारण में एकाधिकार की अलोकतांत्रिक मंशा काम कर रही है. ये चुनावी व्यवस्था के सामूहिक अपहरण की साजिश है."
वहीं पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने 'वन नेशन वन इलेक्शन' बिल को देश के जीडीपी के लिए बेहतर बताया. कानपुर के 2 दिन के प्रवास में पहुंचे देश के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सरकार को सर्व सम्मति से इस बिल को लागू करना चाहिए और इस बिल के लागू होने पर देश की जीडीपी काफी तेजी से बढ़ेगी और देश के बेहतरी के लिए होगा यह बिल.
कुंभ सहायक Chatbot महाकुंभ में श्रद्धालुओं को करेगा गाइड, 10 भाषाओं में मिलेगी पूरी जानकारी