लखनऊ, एबीपी गंगा। कोरोना वायरस ने पूरे देश में पैर पसार लिए हैं। महामारी बन चुके इस खतरनाक वायरस ने अब तक पांच हजार से ज्यादा लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है जबकि 140 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। कोरोना वायरस के संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफे का कारण तब्लीगी जमात के लोग बताया जा रहा है। उधर, कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण तब्लीगी जमात कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों पर उठ रहे सवालों के बीच सपा अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि इस बात की भी समीक्षा की जाए कि मरकज से जुड़े लोगों को वीजा किसने और क्यों दिया।
अखिलेश ने एक 'ट्वीट' किया है। इस ट्वीट में उन्होंने लोगों पर उठ रही उंगलियों की तरफ इशारा करते हुए कहा 'समीक्षा करने वाले सदिच्छा से इसकी भी समीक्षा-परीक्षा करें कि जिनकी धर-पकड़ की जा रही है उन्हें कब, क्यों व किसने वीज़ा दिया?'
उन्होंने यह भी पूछा 'कोरोना के कितने टेस्ट किए जा रहे हैं? अन्य बीमारियों के इलाज व भूखे-भटके लोगों के लिए क्या व्यवस्थाएं हैं? कृपया राहत कोष की पारदर्शिता की भी समीक्षा करें।'
गौरतलब है कि प्रदेश में कुल कोरोना संक्रमितों में निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों की संख्या लगभग आधी है। इसे लेकर खासकर सोशल मीडिया पर इनके प्रति नफरत भरे संदेशों की बाढ़ सी आ गयी है। जगह-जगह इनकी धर-पकड़ की जा रही है।