लखनऊ, एबीपी गंगा। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधा है। सपा प्रमुख ने उत्तर प्रदेश जल निगम के कर्मचारियों के वेतन का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि तीन महीने से जल निगम के कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल रहा है लेकिन विभाग मुख्यमंत्री के कोरोना राहत कोष में दान दे रहा है। यही नहीं अखिलेश यादव ने रेलवे को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने ट्वीट करते हुये लिखा कि दान देने के लिये रेलवे के पास धन है, लेकिन मजदूरों से टिकट के पैसे लिये जा रहे हैं।





राहत कोष में जल निगम ने दिये 1.47 करोड़
दरअसल, उत्तर प्रदेश जल निगम ने 27 अप्रैल को सीएम राहत कोष के लिए 1.47 करोड़ रुपए का योगदान दिया था। जिसे यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीएम केयर्स फंड की तर्ज पर बनाया है। मीडिया में आई रिपोर्ट्स के मुताबिक, फरवरी, मार्च और अप्रैल का वेतन सेवानिवृत और सेवारत कर्मियों का अब तक नहीं मिल सका है। यूपी जल निगम कर्मचारी महासंघ के संयोजक अजय पाल सोमवंशी ने बताया कि तीन महीने से कोई सैलरी किसी को नहीं मिली है, तो फिर कैसे उससे पैसा काट लिया वो भी बिना किसी जानकारी।


मजदूरों से टिकट के पैसे लेने पर छिड़ा बवाल


आपको बता दें कि रेलवे ने अन्य राज्यों में फंसे मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिये स्पेशल ट्रेन चलाई है। यूपी के तमाम मजदूर अपने राज्य इन ट्रेनों से लौट रहे हैं। लेकिन मजदूरों से टिकट लिये जाने की शिकायत सामने आने के बाद सरकार सवालों के घेरे में आ गयी थी। हालांकि सरकार और रेलवे ने इस पूरे मामले पर सफाई दी थी कि टिकट का खर्च केंद्र और राज्य सरकारें मिल कर वहन कर रही हैं। वहीं सपा प्रमुख का कहना है कि मजदूर रेलवे का टिकट दिखा रहे हैं, आखिर सच क्या है।