Akhilesh Yadav Reached Ghazipur Visit: समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव आज रविवार (7 मार्च) को पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी को श्रद्धांजलि देने गाजीपुर स्थित उनके आवास फाटक पहुंचे. इस दौरान बड़ी संख्या में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता और सुरक्षाबलों की भी तैनाती रही. अंसारी परिवार ने गर्मजोशी के साथ अखिलेश यादव का स्वागत किया. मेहमाननवाजी के तौर पर उनके सामने काजू, पिस्ता, बादाम, जूस के साथ-साथ पारंपरिक सेवईं को भी परोसा गया.
मुख्तार अंसारी के आवास फाटक पर पहुंचने के बाद सबसे पहले वहां मौजूद कार्यकर्ताओं का अखिलेश यादव ने अभिवादन स्वीकार किया. इसके बाद अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी को श्रद्धांजलि अर्पित की. अखिलेश यादव सपा प्रत्याशी व मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी, बेटे उमर अंसारी सहित परिवार के अन्य सदस्यों से भी बातचीत करते नजर आए. इसी बीच अंसारी परिवार में अखिलेश यादव की खास मेहमाननवाजी की तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही हैं. इसको लेकर अनेक प्रतिक्रियाएं भी सामने आ रही हैं.
न्यायिक जांच पर हमें भरोसा नहीं- अखिलेश यादव
मुख्तार अंसारी के परिवार से मुलाकात के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने सरकार के कामकाज पर निशान साधते हुए कहा कि मुख्तार अंसारी पांच बार के विधायक रहे. जब उन्होंने जेल में जहर देने की आशंका जताई थी ऐसे में इसके बाद भी इस मामले की गंभीरता को क्यों नहीं समझा गया. मुख्तार अंसारी की मौत कई सवालों को खड़ा करती है. राजनीति जगत से लोग अपने-अपने तरह से स्थितियों को बयां करते हैं. लेकिन निश्चित तौर पर यह मामला गंभीर है. दुख बांटने के लिए ही परिवार के सदस्यों से मिला हूं. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि न्यायिक जांच पर हमें बिल्कुल भी भरोसा नहीं है, सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज के नेतृत्व में ही इस मामले की जांच होनी चाहिए.
सरकारी संस्थाओं को खत्म करना चाहती है सरकार- अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने राज्य सरकार और केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इनकी मनसा है की पूरी तरह से देश की संस्थाओं को खत्म कर दिया जाए. इसमें सबसे ज्यादा भेदभाव अन्याय इस सरकार में हो रहा है. इससे पहले भी जेल, थाने, मुख्यमंत्री आवास के बाहर अनेक घटनाएं हुई हैं लेकिन उन मामलों में भी सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई. वहीं सपा के टिकट बदलने वाले सवालों को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के प्रत्याशियों का जगह-जगह विरोध हो रहा है, उस पर ध्यान दिया जाना चाहिए. कैसरगंज की क्या स्थिति है लेकिन यह तय है कि जनता ने अब मूड बना लिया है कि बीजेपी का पूरी तरह से सफाया करना है.