UP News: पैरासिटामॉल समेत 53 दवाइयां क्वालिटी टेस्ट में फेल हो गई हैं. इनकी गुणवत्ता में कमी का मामला सामने आया है. सीडीआससीओ द्वारा जारी रिपोर्ट में यह दावा किया गया है. इन 53 दवाओं में विटामिन, शुगर, ब्लडप्रेशर के साथ ही कई एंटीबायोटिक्स भी शामिल है. रिपोर्ट में इन दवाओं का यूज करने वालों के स्वास्थ्य को लेकर चिंता भी जताई गई है. 


अब यह रिपोर्ट सामने आने के बाद समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया के जरिए लिखा, 'जवाब दे आज की भ्रष्ट भाजपा सरकार, ऐसी दवा खाकर होगा इलाज या बीमार. जब तक भाजपा कंपनियों से बटोरती रहेगी चंदा, तब तक जारी रहेगा कम गुणवत्तावाली दवाइयों का धंधा.'


उन्होंने कहा, 'इस रिपोर्ट के बाद भी कोई कार्रवाई होगी या चंदे की रेट बढ़ा कर मामला रफा-दफा कर दिया जाएगा. जनता की जान से खिलवाड़ करने का ये भाजपाई खेल अच्छा नहीं. निंदनीय!' दरअसल, अगर आम तौर पर बुखार होने के बाद लोग तुरंत पैरासिटामोल खा लेते हैं. ऐसे में अब सावधान रहने की जरूरत है. 


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ये दवाइयां टेस्ट में फेल
देश के ड्रग रेगुलेटर सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडट्स कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (CDSCO) ने मासिक ड्रग अलर्ट जारी कर दिया है. इस अलर्ट में 53 दवाओं को नॉट ऑफ स्टैंडर्ड क्वालिटी (NSCU) के तौर पर घोषित कर दिया गया है. NSCU के टेस्ट क्वालिटी में जो दवाएं पास नहीं कर पाईं उसमें विटामिन सी और डी3 री टेबलेट के साथ ही शेलकेल, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स और विटामिन सी सॉफ्टजेल्स, एंटीएसिट पैन-डी, पेरासिटामोल टैबलेट आईपी 500 एमजी और डायबिटीज की दवाई ग्लिमेपिराइड समेत कई दवाइयां शामिल हैं.


पेट के इंफेक्शन की जांच के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाइ मेट्रोनिडाजोल भी टेस्ट में फेल पाई गई है. इस दवाई को पीएसयू कंपनी हिंदुस्तान एंटीबायोटिक- लिमिटेड बनाती है. हालांकि कंपनी इस बात की जिम्मेदारी लेते हुए नहीं दिखाई दे रही है. जबकि क्वालिटी टेस्ट में फेल होने वाली दवाओं की दो लिस्ट जारी की गई है.