UP News: उत्तर प्रदेश सरकार ने रविवार को राज्य की पुलिस व्यवस्था में फेरबदल करते हुए 10 जिलों के पुलिस प्रमुखों समेत भारतीय पुलिस सेवा के 14 अधिकारियों का तबादला कर दिया. बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी को 32वीं वाहिनी पीएसी लखनऊ का कमांडेंट बनाया गया है. बरेली में कांवड़ियों और पुलिस के बीच झड़प के बाद एसएसपी (SSP) का तबादला हुआ है. अब इस तबादले पर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने प्रतिक्रिया दी है. 


अखिलेश यादव ने कहा, "जो क़ानून-व्यवस्था की बात करेगा, भ्रष्ट भाजपा का राज उसको बर्खास्त करेगा." जबकि सपा ने इस घटना का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "योगीराज में कांवड़ियों पर फूल के साथ साथ लाठियां भी बरसाई जाती हैं. स्थान - बरेली." वहीं इस घटना के बाद एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा, "शरारती तत्वों की पहचान कर ली गयी है. उन्होंने कहा कि पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है और इस संबंध में मामला दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है."


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एक घंटे धरने पर बैठी रहीं मुस्लिम महिलाएं
जबकि स्थानीय निवासियों के मुताबिक, रविवार दोपहर को मुस्लिम समाज के कुछ लोगों ने कांवड़ियों द्वारा एक नए रास्ते से यात्रा निकालने की कोशिश किए जाने पर आपत्ति जताई. जब कांवड़िये नहीं माने तो मुस्लिम महिलाएं करीब एक घंटे तक धरने पर बैठी रहीं. प्रशासन और पुलिस द्वारा कांवड़ यात्रा निर्धारित रास्ते से ही निकालने की इजाजत देने के आश्वासन के बाद उन महिलाओं ने धरना खत्म कर दिया. 


इस घटना पर बरेली के जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी ने बताया कि बारादरी क्षेत्र के जोगी नवादा में कांवड़िये बिना अनुमति के गैर परंपरागत मार्ग से गुजरना चाहते थे. कांवड़ियों को समझाने की कोशिश की गई, लेकिन वे करीब छह घंटे तक अड़े रहे. जिलाधिकारी ने बताया कि प्रशासन ने कांवड़ियों को मनाने की पूरी कोशिश की, लेकिन उन्होंने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.