Akhilesh Yadav On Bulldozer Action: सुप्रीम कोर्ट में सोमवार (2 सितंबर) को अपराधियों के घर पर तोड़फोड़ की कार्रवाई पर सुनवाई है. सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी आपत्ति जताई है. कोर्ट ने कहा कि अगर कोई किसी मामले में सिर्फ आरोपी है तो प्रॉपर्टी गिराने की कार्रवाई कैसे की जा सकती है. इसको लेकर अब सपा चीफ अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि बुलडोजर एक्शन की कार्रवाई पर अब न्याय मिली है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का स्वागत किया है. 


देशभर में आरोपियों के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई पर सुनवाई के दौरान जस्टिस विश्वनाथन और जस्टिस बीआर गवई की बेंच ने कहा, "अगर कोई दोषी भी हो, तब भी ऐसी कार्रवाई नहीं की जा सकती है.” बता दें कि सुप्रीम कोर्ट जमीयत-उलेमा-ए-हिंद की याचिका पर सुनवाई कर रही है. जमीयत-उलेमा-ए-हिंद ने आरोप लगाया था कि जिस राज्य में बीजेपी की सरकार है, उस राज्यों में मुसलमानों को टारगेट किया जा रहा है और उनके ख़िलाफ़ बुलडोजर कार्रवाई की जा रही है. अब इस मामले में अगली सुनवाई 17 सितंबर को होगी.


सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि देशभर में तोड़फोड़ को लेकर गाइडलाइन बनाई जाएगी. कोर्ट ने इसे लेकर सरकार और पक्षकारों से सुझाव मांगे हैं. कोर्ट का साफ कहना है कि अगर कोई आरोपी या दोषी भी है, तो उसका घर गिराया नहीं जा सकता. कोर्ट ने आगे कहा कि अगर अवैध निर्माण भी है तो कानून का पालन करना चाहिए. कोर्ट ने कहा कि किसी का बेटा आरोपी हो सकता है, लेकिन बेटे के आरोपी होने पर पिता का घर गिरा देना यह कार्रवाई का सही तरीका नहीं है. सपा चीफ अखिलेश यादव ने इसको लेकर कहा कि न्याय मिला है. 


जाति जनगणना समाज को जोड़ेगी


जातिगत जनगणना पर अखिलेश यादव ने कहा कि जातिगत जनगड़ना देश की जरुरत है, जो लोग समाज को तोड़ते हैं वह अगर अब यह कहें कि जातिगत जनगड़ना से देश टूटेगा तो यह ऐसा है कि उल्टा चोर कोतवाल को डांटे. जाति जनगणना सामाजिक न्याय का रास्ता है. जाति जनगणना सबका साथ, सबका विकास का रास्ता है. जाति जनगणना समाज को जोड़ेगी, बांटेगी नहीं. समाज को तोड़ने वाले अगर कहते हैं कि जाति जनगणना से समाज में दूरियां पैदा होंगी, तो ये वही कहावत है कि 'उल्टा चोर कोतवाल को डांटे'.


युवाओं की नौकरी छीनने का काम बीजेपी सरकार ने किया?


69,000 सहायक अध्यापक भर्ती मामले पर अखिलेश यादव ने कहा कि आरक्षण के साथ इतना खिलवाड़ किसी भी सरकार ने नहीं किया, जितना बजीपी सरकार ने किया है. युवाओं की नौकरी छीनने का काम बीजेपी सरकार ने किया है. यह सरकार जानबूझकर ऐसा काम कर रही है. सरकार के लोगों ने षड़यंत्र के माध्यम से ऐसा काम किया है.


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