सुल्तानपुर एनकाउंटर: CM योगी से भिड़े अखिलेश यादव, कहा- 'जिनकी दल में सुनवाई नहीं उनकी बातें कौन सुने'
UP News: मंगेश यादव के एनकाउंटर को लेकर सीएम योगी के बयान पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पलटवार किया है. अखिलेश ने कहा कि जिनकी अपनी पार्टी में कोई नहीं सुनता वो मौन रहे तो ठीक है.
UP Politics: सुल्तानपुर डकैती मामले में आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ के बयान पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जोरदार पलटवार किया है. सपा अध्यक्ष ने कहा कि जिनती अपनी पार्टी में कोई नहीं सुनता है. उनकी बात का बुरा मानना नहीं चाहिए.
सपा अध्यक्ष ने लिखा- 'जिनकी अपने दल में कोई सुनवाई नहीं, उनकी बातें कौन सुने, वैसे भी जानेवालों की बात का क्या बुरा मानना. जिनके शासन काल में महीनों आईपीएस फरार रहा हो, पंद्रह लाख प्रतिदिन की कमाई वाले थानों की चर्चा हो, भाजपाई खुद ही पुलिस का अपहरण कर रहे हों और दंड संहिता की जगह बुलडोजर संहिता ने ले ली हो, ‘कानून-व्यवस्था’ शब्द बनकर रह गये हों, न्यायालय की डपट खाना जिनकी आदत बन गयी हो, वो मौन ही रहें तो बेहतर है.'
जिनकी अपने दल में कोई सुनवाई नहीं, उनकी बातें कौन सुने, वैसे भी जानेवालों की बात का क्या बुरा मानना।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 8, 2024
जिनके शासन काल में महीनों आईपीएस फ़रार रहा हो, पंद्रह लाख प्रतिदिन की कमाई वाले थानों की चर्चा हो, भाजपाई ख़ुद ही पुलिस का अपहरण कर रहे हों और दंड संहिता की जगह बुलडोज़र संहिता…
जानें- सीएम योगी ने क्या कहा था?
इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को एक अंबेडकर नगर में एक जनसभा को संबोधित सुल्तानपुर एनकाउंटर पर कहा था कि 'सपा सरकार में जितना बड़ा गुंडा उसका उतना बड़ा ओहदा होता था. आपसी मुठभेड़ में डकैत मारा जाता है तो सपा को बुरा लगता है. उनको नहीं पता था कि जनता अंगड़ाई लेगी, यह गुंडे और माफिया एक-एक करके यमलोक की यात्रा के लिए प्रस्थान कर जाएंगे और जनता-जनार्दन के साथ अन्याय का हिसाब चुकता होगा.'
बता दें कि सुल्तानपुर में 28 अगस्त को ज्वैलर की दुकान में हुई डकैती मामले में पुलिस ने एक आरोपी मंगेश यादव का एनकाउंटर किया जिसमें उसकी मौत हो गई. सपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि मंगेश का जाति देखकर एनकाउंटर किया गया है. जिसके बाद से सियासत गरमाई हुई है. सपा इस मुद्दे पर मुखर होकर बीजेपी पर निशाना साध रही है. वही मंगेश के परिवार ने भी आरोप लगाया है कि एनकाउंटर से दो दिन पहले पुलिस रात को ही उसे घर से उठा ले गई थी और फिर उसका एनकाउंटर हो गया.
जिला प्रशासन ने इस मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं. वहीं नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने भी सुप्रीम कोर्ट से मामले का संज्ञान लेकर न्यायिक जांच कराने की मांग की है.
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