Prayagraj News: अखिलेश यादव प्रयागराज में दो निजी समारोह में शिरकत करने के लिए आए हुए थे. उन्होंने प्रयागराज में मीडिया से बातचीत में कहा है कि यूपी में तेरह हजार अवैध मदरसों को बंद किए जाने के मामले को लेकर योगी सरकार का बचाव करते हुए उस पर तंज कसा है. यूपी में अकेले मदरसों को ही नहीं, बल्कि संस्कृत विद्यालयों को भी बंद किया जा रहा है. संस्कृत बोर्ड को भी खत्म किए जाने की तैयारी है. संस्कृत के शिक्षकों और गुरुओं की भी भर्तियां नहीं हो रही हैं. 


संस्कृत विद्यालयों की दुर्दशा खत्म करने की भी कोई कोशिश नहीं हो रही है. उन्होंने कहा है कि बीजेपी सरकार सिर्फ एक समाज की नहीं, बल्कि देश की दुश्मन है.सपा विधायक पूजा पाल के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से मुलाकात किए जाने पर बोले उनके पास ना कोई विभाग बचा है और न कोई सामान. अखिलेश यादव ने कहा कि इंडिया गठबंधन और इसके साथ जो पीडीए परिवार हैं. वह लोकसभा चुनाव में परिवर्तन लाने का काम करेगा.  इंडिया गठबंधन और PDA मिलकर बीजेपी को 400 सीटों पर हराने का काम करेगा.


'यूपी में होगी बीजेपी का सफाया'
अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि किसानों की समस्या बढ़ती जा रही है. सड़कों का बुरा हाल है और पेपर लीक हो रहे हैं. सरकार जानबूझकर पेपर लीक करा रही है, क्योंकि वह लोगों को नौकरी नहीं देना चाहती. उनके मुताबिक सिर्फ पेपर लीक नहीं हो रहे हैं, बल्कि बीजेपी के वोट भी लीक हो रहे हैं. पेपर लीक की वजह से हर लोकसभा सीट पर बीजेपी के तकरीबन सवा दो लाख वोट कम हो रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि यूपी में अब बीजेपी का सफाया होने जा रहा है. अभ्यर्थियों को बधाई देना चाहता हूं, जिन्होंने अपने आंदोलन के दम पर कई परीक्षाओं का पेपर रद्द कराया.


'अब गठबंधन नहीं मैदान में उतरने की बारी'
मायावती की पार्टी बीएसपी से गठबंधन के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा, गठबंधन बहुत हो चुका, अब सीधे मैदान में उतरने की बारी है. बहुत जल्द प्रत्याशी घोषित किए जाएंगे. जनता हमारे साथ है.कन्नौज सीट से चुनाव लड़ने की चर्चाओं पर अखिलेश यादव ने कहा कि हम लड़ेंगे भी और लड़ाएंगे भी. कन्नौज ही नहीं, यूपी की सभी 80 सीटों पर BJP को हराने का काम किया जाएगा. अब हर तरफ भाजपा हटाओ - लोकतंत्र बचाओ, भाजपा हटाओ रोजगार लाओ और भाजपा हटाओ - नौकरी पाओ का नारा भी दिया जा रहा है.


'हम सम्मान के लिए करते हैं राजनीति'
पार्टी नेताओं और विधायकों के साथ छोड़ने पर अखिलेश ने कहा हम सम्मान के लिए राजनीति करते हैं और कुछ लोग सामान पाने के लिए राजनीति में आए हैं.विकसित भारत का नारा देने वाली बीजेपी विधायकों और नेताओं को पार्टी छोड़ने के लिए पैकेज देती है. यह लोकतंत्र में उचित नहीं है. लोगों से अपील है कि वह इंडिया गठबंधन को वोट देकर जिताएं. ओवैसी की पार्टी से यूपी में गठबंधन किए जाने के सवाल को अखिलेश यादव बार-बार टाल गए. उन्होंने कभी चीन सीमा की बात की तो कभी गंगा व दूसरी नदियों के गंदी होने की.


'बीजेपी की ट्रिक नहीं होगी कामयाब'
इलेक्टोरल बांड की सूची दिए जाने के लिए सरकार द्वारा 6 महीने का वक्त मांगे जाने पर बीजेपी पर निशाना साधा और कहा, इससे बड़ा कोई दूसरा भ्रष्टाचार नहीं हो सकता. अखिलेश ने पार्टी नेता रेवती रमण की नाराजगी पर कहा, वह नाराज नहीं है. हम उनके साथ चाय पी लेंगे. स्पेशल तौर पर मिलने उनके घर जाएंगे. मध्य प्रदेश के CM मोहन यादव द्वारा यूपी में प्रचार किए जाने पर कहा बीजेपी की यह ट्रिक बहुत पुरानी पड़ चुकी है. उसकी यह चाल कामयाब नहीं होगी. भाजपा की यह चाल उल्टी पड़ेगी. 


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