Lok Sabha Election 2024: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने एक नया दांव चल दिया है. राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता जाने के बाद पहले तो वो बीजेपी पर जमकर बरसे, लेकिन अब 2024 चुनाव को लेकर नया समीकरण बनाने में लग गए हैं. अखिलेश यादव ने कहा कि अब ज़िम्मेदारी कांग्रेस की बनती है कि रीजनल पार्टियों को आगे करें, जिससे बीजेपी का मुकाबला किया जा सके. 


अखिलेश यादव ने कहा कि ''मैं देख रहा हूं बीजेपी के नेता कह रहे हैं पिछड़ों का अपमान हो गया. हमारे घर मुख्यमंत्री आवास को गंगा जल से धोया बीजेपी के लोगों ने तब अपमान नहीं हुआ?" उन्होंने कहा कि "इससे पहले समाजवादी पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेता मोहम्मद आज़म खान साहब की सदस्यता छीनी गई, उनके बेटे की सदस्यता छीनी गई और सपा के विधायक हैं रमाकांत यादव उनकी सदस्यता कैसे छीन लें. सपा के दीपक यादव को झूठा फंसा दिया."


बीजेपी के लोग 17 बजट का हिसाब किताब दें- अखिलेश यादव
योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल का एक साल पूरा होने पर सपा प्रमुख ने कहा कि इनका एक साल का कार्यकाल मत गिनिए. उत्तर प्रदेश में यह सातवां बजट लाए हैं. तो यह 7 बजट का हिसाब किताब दें. दिल्ली की सरकार के 10 बजट हो गए, 10 और 7 मिलाकर 17 बजट हो गए. बीजेपी के लोग 17 बजट का हिसाब किताब दें.


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अखिलेश यादव ने कहा कि "रीजनल पार्टीज को अपमानित करने और उन्हें बदनाम करने के लिए ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स से लगातार राष्ट्रीय पार्टियां कोशिश करती हैं. जब कांग्रेस सत्ता में थी तो वह क्षेत्रीय दलों पर ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स के छापे लगवाती थी. आज बीजेपी है. रास्ता वही है." इससे पहले अखिलेश यादव ने दावा किया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराना बीजेपी का महंगाई, बेरोजगारी, 'उद्योपति मित्रों' द्वारा भारत के पैसों को डुबाने जैसे मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने का हथकंडा है.