अखिलेश का बीजेपी पर तंज- 'किसान दिवस' पर उत्सव मनाने के बजाय प्रदर्शन करने को मजबूर हैं कृषक
अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी के राज में देश के इतिहास में एक ऐसा 'किसान दिवस' आया है, जब उत्सव के स्थान पर देश का किसान सड़कों पर संघर्ष करने पर मजबूर है.
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लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि देश के इतिहास में एक ऐसा 'किसान दिवस' आया है जब देश का कृषक उत्सव मनाने की जगह सड़कों पर संघर्ष करने को मजबूर है. अखिलेश ने एक ट्वीट कर पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती पर उन्हें नमन किया.
अखिलेश ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के प्रदर्शन की तरफ इशारा किया और चरण सिंह की जयंती पर मनाए जाने वाले 'किसान दिवस' का जिक्र करते हुए ट्वीट में कहा ''आज भाजपा के राज में देश के इतिहास में एक ऐसा 'किसान दिवस' आया है, जब उत्सव के स्थान पर देश का किसान सड़कों पर संघर्ष करने पर मजबूर है.'' उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने 'किसान दिवस' हैशटैग से हिंदी में किए गए ट्वीट में कहा, ''भाजपा किसानों का अपमान करना छोड़े क्योंकि 'देश का किसान, भारत का है मान'.''
चौधरी चरण सिंह जी की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन!
आज भाजपा के राज में देश के इतिहास में एक ऐसा ‘किसान दिवस’ आया है, जब उत्सव के स्थान पर देश का किसान सड़कों पर संघर्ष करने पर मजबूर है. भाजपा किसानों का अपमान करना छोड़े क्योंकि ‘देश का किसान, भारत का है मान’.#किसान_दिवस pic.twitter.com/dHrJAtZPFY — Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 23, 2020
इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नये कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन का जिक्र करते हुए कहा कि आशंकाएं दूर किये जाने के बावजूद विरोध जारी रहना विपक्षी दलों के दुष्प्रचार का नतीजा है. योगी ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 118वीं जयन्ती पर आयोजित कार्यक्रम में कहा, ''किसान के चेहरे पर खुशहाली लाने के लिए ही कृषि क्षेत्र में तेजी के साथ सुधार के लिए केंद्र सरकार ने तीन कृषि कानूनों में व्यापक सुधार किए हैं लेकिन जिन्हें किसानों की प्रगति, देश का विकास और किसान के चेहरे पर खुशी अच्छी नहीं लगती, वे गुमराह करके किसानों को भड़का रहे हैं.''
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