लोकसभा में बोले अखिलेश यादव- संभल के भाईचारे को मारी गोली, ये सोची समझी साजिश
उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा पर लोकसभा में सपा सांसद अखिलेश यादव ने अपनी बात रखी. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों के निलंबन की मांग भी की.
Sambhal News: उत्तर प्रदेश स्थित संभल में हुई हिंसा पर समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने कहा है कि जिले के भाईचारे को गोली मारी गई है. यह सोची समझी साजिश है. उन्होंने कहा कि देश भर से जो खुदाई की खबरें आ रहीं हैं उससे देश का सौहार्द बिगड़ेगा.
सपा चीफ ने सदन में कहा कि संभल में सब साजिश के तहत हुआ है. यूपी में चुनाव था इसलिए यह सब किया गया. संभल में हजारों साल से हिंदू मुसलमान भाइयों की तरह रह रहे. यह एक सोची समझी घटना है और भाईचारे को नुकसान पहुंचाने के लिए किया गया है. उत्तर प्रदेश में उपचुनाव था वहां पर जो गड़बड़ी हुई इसे ध्यान भटकाने के लिए संभल की घटना को किया गया
सपा नेता ने कहा कि संभल का माहौल बिगाड़ने में पुलिस और प्रशासन का हाथ है. संभल का माहौल बिगाड़ने में याचिका दायर करने वाले का हाथ है. यह लड़ाई दिल्ली और लखनऊ के बीच का है. सपा सांसद ने कहा कि संभल में तानाशाही दिखाई गई लोगों के साथ सीओ ने गाली-गलौज किया. पुलिस के गोली से कई लोग घायल हुये हैं.
लोकसभा में संभल पर सपा-कांग्रेस का वाकआउट, राज्यसभा में रामगोपाल बोले- ध्यान भटकने के लिए...
अधिकारियों के निलंबन की अखिलेश ने की मांग
संभल के संदर्भ में सपा सांसद ने कहा कि कोर्ट ने दूसरे पक्ष को बिना सुने हुए आदेश दे दिया. कोर्ट के आदेश के 2 घंटे बाद ही सर्वे की टीम जामा मस्जिद पहुंच गई. 22 तारीख को नमाजियों को नमाज पढ़ने से रोका गया, लेकिन फिर भी किसी तरह का प्रदर्शन नहीं हुआ. 29 तारीख को अगली तारीख थी, लेकिन 24 तारीख को दोबारा सर्वे की बात कह दी गई. और सुबह के वक्त तानाशाही करते हुए सर्वे की टीम को लेकर जामा मस्जिद पहुंच गए.
अखिलेश यादव ने कहा कि चंद लोगों ने पथराव किया तो उसके ऊपर गोलियां चला दी गई, पांच लोग जो अपने घरों से सामान लेने के लिए निकले थे उनकी मौत हो गई . पुलिस प्रशासन के लोग जिम्मेदार हैं उनको निलंबित किया जाना चाहिए और हत्या का मुकदमा चलना चाहिए. यह लड़ाई दिल्ली और लखनऊ की है. लखनऊ वाला उस रास्ते से दिल्ली आना चाहता है.