Akhilesh Yadav: समाजवादी पार्टी से बगावत करने वाले और धोखा देने वाले नेताओं के लेकर पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव का सख्त बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में जाने वालों की वापसी नहीं होगी. उन्होंने कहा अगर कोई उन्हें (बागियों) वापस पार्टी में शामिल कराने के लिए उनके पास आया तो वो उसे भी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा देंगे. सपा अध्यक्ष के इन तेवरों के बाद साफ है कि वो बागियों को कतई बख्शने के मूड में नहीं है.


इसी साल फरवरी के महीने में यूपी में हुए राज्यसभा चुनाव के दौरान 7-8 सपा विधायकों ने अखिलेश यादव को धोखाकर देकर बीजेपी के उम्मीदवारों के समर्थन में वोट किया था. यही नहीं कई नेता लोकसभा चुनाव में भी सपा के खिलाफ जाकर बीजेपी के पक्ष में चुनाव प्रचार करते दिखाई दिए थे. ऊंचाहार सीट से विधायक मनोज पांडे ने तो बीजेपी की सदस्यता भी ग्रहण कर ली हैं. जिसके बाद से ही अखिलेश यादव इन नेताओं से नाराज है.  


बजट को लेकर भी साधा निशाना


वहीं दूसरी तरफ अखिलेश यादव अब केंद्र की राजनीति में अपनी धमक जमाते हुए दिख रहे हैं. पेपर लीक से लेकर तमाम मुद्दों पर वो अपनी बात खुलकर रखते हैं. इस बीच उन्होंने बजट को लेकर भी केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला और कहा कि सरकार ने बजट में किसानों के लिए कुछ नहीं किया है जो समर्थन मूल्य किसानों को दिया जाना चाहिए था वो समर्थन मूल्य सरकार गठबंधन के साथियों को दे रही है. सरकार ने महंगाई से लेकर रोजगार तक के लिए कुछ नहीं किया है. 



सपा अध्यक्ष ने इस दौरान बीजेपी के घमासान पर भी तंज कसा और कहा कि लगता है कि लखनऊ वालों ने दिल्ली वालों को नाराज कर दिया है जिसका  परिणाम बजट में दिखाई दे रहा है. यूपी को जो डबल इंजन की सरकार के सपने दिखाए गए थे. उनका क्या हुआ. वहीं राज्यसभा सांसद राम गोपाल यादव ने भी बजट पर निशाना साधा और कहा- 'यूपी जैसे सबसे बड़े राज्यों का नाम तक नहीं लिया देना तो दूर है. सरकार बचाए रखने को लिए कुछ को पैदा दिया और दूसरों का हिस्सा काट लिया. ये बहुत नाइंसाफी है.'


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