Akhilesh Yadav: समाजावादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर बड़ा बयान दिया है. सपा अध्यक्ष ने कहा कि हमारी कोशिश होगी कि महाराष्ट्र में इंडिया गठबंधन मिलकर चुनाव लड़ेगा. उन्होंने कहा कि वो शुक्रवार को महाराष्ट्र जा रहे हैं जहां सीट शेयरिंग को लेकर बात होगी. उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही इसे लेकर फैसला हो जाएगा. 


सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज लखनऊ में पत्रकारों से बात करते हुए एक बार इंडिया गठबंधन की एकजुटता और मज़बूती का दावा किया. इस दौरान जब उनसे महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि 'मैं कल महाराष्ट्र जा रहा हूं ... हमारी कोशिश होगी कि INDIA गठबंधन के साथ लड़े। हमने सीटें मांगी हैं हमें उम्मीद है कि हमारे 2 विधायक थे इस बार ज्यादा सीटें मिलेंगी और पूरी मजबूती के साथ INDIA गठबंधन के साथ खड़े होंगे.'


सीट शेयरिंग को लेकर किया दावा
अखिलेश यादव ने कहा कि वो कल महाराष्ट्र जा रहे हैं उम्मीद है कि बहुत जल्द महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग हो जाएगी. वहीं यूपी में कांग्रेस के साथ गठबंधन पर उन्होंने कहा कि वि यूपी में भी जल्द सीट शेयरिंग को लेकर बात तय हो जाएगी. अखिलेश यादव दो दिन महाराष्ट्र दौरे पर रहेंगे इस दौरान उनकी मालेगांव और धुले में कार्यक्रम हैं जहां वो लोगों को संबोधित करेंगे. 



समाजवादी पार्टी अब यूपी से बाहर भी पार्टी के विस्तार में जुटी है. ऐसे में सपा इंडिया गठबंधन के साथ चुनाव लड़ सकते हैं. सपा ने 30 सीटों पर पार्टी के प्रभाव का दावा किया है. हालाँकि सपा की नज़र राज्य की 10-12 सीटों पर हैं. इनमें वो सीटें हैं जहां मुस्लिम और यूपी से आने वाले लोग रहते हैं. चर्चा है महाराष्ट्र विकास अघाड़ी गठबंधन में सपा को 3-4 सीटें मिल सकती है. 


महाराष्ट्र की मौजूदा विधानसभा में सपा के दो विधायक है. इनमें शिवाजी नगर से अबू आज़मी और भिवंडी सीट से रईस शेख विधायक है. पिछले दिनों अखिलेश यादव ने लखनऊ में महाराष्ट्र इकाई के नेताओं के साथ बैठक भी की थी, जिसमें चुनाव को लेकर रणनीति तैयार की गई थी. अगर सपा इंडिया गठबंधन का हिस्सा बनती है तो अखिलेश यादव भी महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार करते दिखाई दे सकते हैं. 


सपा विधायक अबू आजमी ने की मांग
सपा विधायक अबू आजमी ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने एक्स पर लिखा- 'महाराष्ट्र में यदि महाविकास अघाड़ी का कोई भी पक्ष चाहे वो कांग्रेस हो, राष्ट्रवादी कांग्रेस (एस.पि.), या शिवसेना (उबाठा) हो, वो बिना समाजवादी पार्टी से बात किए या बिना विश्वास में लेते हुए - विधानसभा के उम्मीदवारों की सूची जारी करते है, इसका मतलब है की वह समाजवादी पार्टी को महाविकास अघाड़ी का हिस्सा नहीं मानते. समाजवादी पार्टी से बिना बातचीत किए किसी भी पक्ष द्वारा उम्मीदवारों की घोषणा करना गलत होगा. जबकि महाविकास अघाड़ी का उद्देश्य सभी सेक्युलर पार्टियों को साथ रखना और सांप्रदायिक सरकार के खिलाफ लड़ना है.


इस परिस्थितियों में, मैं हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष मा. श्री. अखिलेश यादव जी से अनुमति चाहूंगा की महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का परिणाम चाहे कुछ भी हो समाजवादी पार्टी जिन विधानसभाओं में मज़बूत है ऐसी अधिक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहेगी.


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