Akhilesh Yadav News: समाजवादी पार्टी के नेता और कन्नौज से सांसद अखिलेश यादव ने भी कृषि वैज्ञानिक भर्ती मामले में आरक्षण को लेकर कथित गड़बड़ी के मुद्दे पर आजाद समाज पार्टी के नेता और नगीना सांसद चंद्रशेखर का साथ देते दिख रहे हैं. अखिलेश यादव ने नगीना सांसद के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा और कहा कि बीजेपी को ये बताना चाहिए कि वो इस विज्ञापन को अब कब वापस लेगी. 


सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर टिप्पणी की है. उन्होंने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी यह बता दे कि यह विज्ञापन कब वापस लेगी? बता दें इस मुद्दे को लेकर नगीना सांसद ने 11 सितंबर से आंदोलन का ऐलान किया है. अखिलेश यादव ने लिखा- ‘कृषि-वैज्ञानिक’ चयन में आरक्षण के अधिकार को छीननेवाला विज्ञापन भाजपा सरकार आज वापस लेगी या कल, ये स्पष्ट करे.  भाजपाई संगी-साथी खेती-किसानी तक में अपने एजेंडे से बाज नहीं आ रहे हैं. ये किसान और कृषि दोनों के खिलाफ हैं. अवाम अहंकार के खेत खोद देती है. 



चंद्रशेखर आजाद ने किया आंदोलन का एलान
इससे पहले नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने इस मुद्दे को लेकर बीजेपी पर जोरदार हमला बोलते हुए निशाना साधा था और आरोप लगाया कि इन सभी भर्तियों को एकल बताते हुए OBC/SC/ST के आरक्षण को पूरी तरह ख़त्म कर दिया गया है. चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि बीजेपी इस तरह से बाज नहीं आएगी. इसके साथ ही उन्होंने 11 सितंबर को दिल्ली में आजाद समाज पार्टी द्वारा आंदोलन करने का एलान किया था. 


चंद्रशेखर आज़ाद ने लिखा कि सरकार इतनी अहंकारी हो गई है कि इस विज्ञापन में साफ-साफ शब्दों में लिख भी दिया है सभी रिक्तियां अनारक्षित हैं और ये लिखकर आरक्षित वर्ग के अधिकारों पर खुलेआम डाका डाला गया. उन्होंने कहा कि  अगर इन पदों में आरक्षण लागू किया जाय तो OBC वर्ग को 99-100 सीट और SC/ST वर्ग को तकरीबन 79-80 सीट पर आरक्षण मिलता. यानि दलित, पिछड़े और आदिवासी समाज की 178-180 सीटों को साजिश के तहत खत्म कर दिया गया.


UP में 13 लाख से ज्यादा सरकारी कर्मचारियों की सैलरी पर लटकी तलवार! लिस्ट में IAS, PCS भी शामिल