UP Budget 2023: यूपी विधानसभा में बजट सत्र के दौरान गुरुवार को सत्तापक्ष और विपक्ष में तीखी नोकझोंक देखने को मिली. तब नेता विपक्ष और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) बोल रहे थे. इस दौरान एक वाक्या ऐसा हुआ कि सपा प्रमुख और वित्त मंत्री सुरेश खन्ना (Suresh Khanna) के बीच खूब नोकझोंक हुई.


विधानसभा में अखिलेश यादव बीजेपी सरकार के दौरान अर्थव्यवस्था और जीडीपी पर सवाल उठा रहे थे. इसपर वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने सपा प्रमुख के बातों पर सवाल खड़े कर दिए. इस दौरान दोनों में तीखी नोकझोंक हुई. अखिलेश यादव ने कहा, "हम 16वें नंबर पर खड़े हैं. इकोनॉमिक फ्रंट पर, जिसमें कई मानक हैं. उसमें हम और आप यूपी के लोग कहां खड़े हैं. गुजरात नंबर एक है और हम नंबर 17 पर हैं. ये बात आपको नहीं अच्छी लग रही है. आप तो वित्त मंत्री हैं न."



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क्यों हुई नोंकझोंक?
इतना सुनने के बाद वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने अपना सवाल उठा दिया. उन्होंने कहा कि आप पेपर का रेफरेंस तो बता दीजिए, कहां का पेपर है. तब अखिलेश यादव ने कहा कि आप ये नहीं मानेंगे तो इंडिया टूडे पढ़ दूं. इसपर वित्त मंत्री ने कहा कि आप केवल पेपर बता दीजिए. उसकी ऑथेंटीसिटी क्या है. तब अखिलेश यादव ने कहा कि आप अपने अधिकारियों से पूछ लीजिएगा. आपने सुना नहीं लगता है, आपने लगता है कि हेडफोन नहीं लगाया था. 


अखिलेश यादव ने कहा कि ये भौतिक क्रेडेबल एजेंसी है. इसपर वित्त मंत्री ने कहा कि आप जिस पेपर को कोट कर रहे हैं उसके कम से कम नाम तो बता दीजिए. तब सपा प्रमुख ने कहा कि आपके अधिकारी पढ़े लिखे हैं. आप उनसे पूछ लीजिएगा. तब सुरेश खन्ना ने कहा कि अगर केडेबल एजेंसी है तो उसका कोई नाम भी तो होना चाहिए. एजेंसी का नाम बताया जाए. तब सपा प्रमुख ने कहा कि नाम इस लिए नहीं पढ़ रहा हूं कि अभी कांग्रेस के नेता एयरपोर्ट पर जा रहे थे. आपकी पुलिस पहुंच गए.


सपा प्रमुख ने कहा कि उन्हें नहीं बैठने दिया गया. एक लोकगायक नेहा सिंह राठौर के 'यूपी में का बा' गीत पर पुलिस द्वारा नोटिस दिया गया. यकीन करो, नेता सदन अगर कोई कविता हमारे खिलाफ बनाते तो मैं बुरा नहीं मानता. मैं पहला मुख्‍यमंत्री हूं जिसने अपने ऊपर खुद ही कार्टून की किताब छपवाई थी. दरअसल ये पूरी नोकझोंक दोनों के बीच फैक्ट्स को लेकर हुई थी.