कानपुर में बोले अखिलेश यादव, आंदोलन के दौरान हिंसा में मरनेवाले गरीब थे
कानपुर में नागरिकता कानून के खिलाफ हुई हिंसा में मारे गये लोगों से मिलने सपा मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव यहां पहुंचे। भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुये उन्होंने कहा कि फूट डालो और राज करो की नीति अपना रही है
कानपुर, एबीपी गंगा। नागरिकता कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को सांत्वना देने और आर्थिक मदद के लिए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कानपुर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सबसे पहले तीनों मृतकों के परिजनों से मुलाकात की और उनके परिजनों को 5-5 लाख रुपये की चेक सौंपी। परिजनों से मुलाकात करने के बाद मीडिया से बात करते हुए अखिलेश यादव ने सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ये काला कानून है, आने वाले समय में सबको परेशान करेगा। पुलिस ने जानबूझ कर माहौल बिगाड़ा। लखनऊ, कानपुर, मेरठ में अधिकारियों की वजह से जान गईं, सबकी मौत पुलिस की गोली लगने से हुई।
गौरतलब है कि 20 दिसंबर को जुमे की नमाज के बाद नगर के बाबूपुरवा इलाके में हिंसा हुई थी, जिसमें तीन लोगों (मोहम्मद सैफ, आफताब आलम और रईस खान) की मौत हो गई थी, जबकि 10 लोग घायल हो गए थे। मामले में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) जांच कर रही है। शुरुआती जांच में पुलिस का कहना है कि बलवाइयों की गोली से ही तीनों की मौत हुई।
अंग्रेजों की नीति पर चल रही है भाजपा सरकार
मुख्यमंत्री खुद बोलते हैं कि ठोक दो। जिनकी जान गई वो गरीब लोग थे। कानपुर में भी सभी गरीब लोग मरे। वे आंदोलन में शामिल नहीं थे। पुलिस की गोली से इनकी जान गई है, सरकार इनकी मदद करें। भारतीय जनता पार्टी नफरत फैलाना चाहती है। अग्रेजों की तरह 'फूट डालो और राज करो' के तर्ज पर काम कर रही है सरकार ने ही गोली चलवाई।
दिल्ली में चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी का सपा समर्थन करेगी, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने अच्छा काम किया है, हम भाजपा को रोकने के लिए अपनी पार्टी के पदाधिकारियों से बात करने के बाद फैसला लेंगे, लेकिन भाजपा को रोकने की दिशा में फैसला लेंगे। दिल्ली के परिणाम से भाजपा को सबक सीखने को मिलेगा।