UP Politics News: देशभर में आज अगस्त क्रांति दिवस मनाया जा रहा है. एक ओर जहां देशभर में इस खास मौके पर कई कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. वहीं इस दौरान लखनऊ में समाजवादी पार्टी कार्यालय के लोहिया सभागार में एक कार्यक्रम का आयोजन रखा गया. इस दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव अगस्त क्रांति दिवस के मौके पर यहां पहुंचे और उन्होंने अगस्त क्रांति के महनायकों को याद किया. इस दौरान उन्होंने इशारों में BJP पर निशाना साधा है.
अगस्त क्रांति दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान अखिलेश यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज पूरा देश अगस्त क्रांति के महनायकों को याद कर रहा है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आह्वान पर अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन की शुरूवात हुई, इस खास मौके पर हम उन सभी नेताओं को याद करते हैं. उन्होंने आगे कहा 'साथ ही साथ उन तमाम शहीदों को याद करते हैं. जिनकी बदौलत हमें यह देश आजाद मिला है.'
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सपने आज भी अधूरे: अखिलेश
इस दौरान अखिलेश ने इशारों में बीजेपी पर हमला करते हुए कहा 'राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, स्वतंत्रता सेनानियों और खासतौर पर समाजवादी लोगों ने जो सपने देखे थे, वह सपने आज भी अधूरे हैं.' उन्होंने आगे कहा 'गांधी जी और समाजवादियों ने जो सपने देखे थे, उन्हें पूरा करने के लिए वह लगातार काम करते रहेंगे.' अखिलेश ने बीजेपी की ओर इशारा करते हुए कहा कि इन लोगों ने भारत छोड़ो आंदोलन का विरोध किया था.
सीएम से रोजगार की उम्मीद बेकार
सदन में बहस के दौरान सीएम के जनसंख्या वाले बयान पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि उनका सवाल यह था कि साल 2017 से 2022 तक 15 साल तक की उम्र के बच्चों के भविष्य और रोजगार के लिए सरकार ने क्या कदम उठाएं हैं. उन्होंने एक बार फिर सवाल करते हुए कहा कि 'क्या नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के तहत उनका भविष्य बेहतर हो सकता है.' अपनी बात को साफ करते हुए अखिलेश ने कहा कि सवाल आबादी का नहीं बल्कि रोजगार देने का था. इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेरोजगारी दर बताने लगते हैं. ऐसे में उनसे रोजगार की क्या उम्मीद लगाई जा सकती है.
सीएम को अपने विभाग पर नहीं रहा भरोसा
अखिलेश ने हमला करते हुए कहा कि सीएम योगी खुद अपने ही राज्य के वित्त विभाग की नहीं सुन रहे हैं. अखिलेश ने कहा कि सीएम योगी उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए अमेरिका की कंपनी को 300 करोड़ का भुगतान कर रहे हैं. अखिलेश का कहना है कि ऐसा कर सीएम योगी यह बता रहे हैं कि उन्हें अपने मंत्री, विभाग, नीति आयोग किसी पर भी भरोसा नहीं रह गया है.
यह भी पढ़ें-