UP News: उत्तर प्रदेश के औरैया जिले से एक बार फिर मानवता को शर्मसार करने वाली तस्वीरें सामने आई हैं. जहां स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से एम्बुलेंस भी नसीब न हो सकी और एक भाई अपनी बहन के शव को अस्पताल से बाइक से घर ले जाते हुए दिखा. ये मामला बिधूना के सरकारी अस्पताल का है जहां लोग इसे देख वीडियो बनाते रहे, लेकिन किसी ने भी मदद करने की कोशिश नहीं की. फोटो वीडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया और इस मामले को लेकर जांच की बात कही गई.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी ये तस्वीर शेयर करते हुए प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. सपा नेता ने इस तस्वीर के साथ कैप्शन में कुछ नहीं लिखा है. दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के सोशल मीडिया हैंडल से भी इस तस्वीर को शेयर किया गया है, जिसमें योगी सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं के हाल को लेकर हमला किया गया है. सपा ने कहा कि ये तस्वीर इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली है. जो सरकार विकास के बड़े-बड़े दावे करती है वहां स्वास्थ्य विभाग एक एंबुलेंस का भी इंतजाम नहीं कर सकता है.
योगी सरकार पर साधा निशाना
समाजवादी पार्टी ने कहा, "योगी सरकार में स्वास्थ्य सेवाओं का निकला जनाज़ा, बहन के शव को बाइक से घर ले गया भाई! औरैया के बिधूना में सीएचसी के बाहर बाइक पर बहन के शव को पीठ पर बांधकर घर ले जाने की खबर बेहद दुखद एवं इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना है.. विकास के बड़े-बड़े दावे करने वाली भाजपा सरकार का प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग एक एंबुलेंस का इंतजाम न कर सका.. शर्मनाक!"
करंट लगने से हुई थी मौत
दरअसल, पूरा मामला बिधूना कस्बे का है. जहां बाबूराम मोहनलाल महाविद्यालय के पास बनी नवीन बस्ती निवासी प्रबल प्रताप सिंह की 20 वर्षीय पुत्री अंजलि को घर में नहाने के लिए पानी गर्म करते समय करंट लग गया. अंजलि को भाई आयुष प्रताप सिंह, पिता व दूसरी बहन सीएचसी बिधूना इलाज के लिए लेकर पहुंचें. जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. लड़की की मौत की जानकारी होने पर परिजनों में कोहराम मच गया.
नहीं मिली एम्बुलेंस
परिजन लड़की का शव बिना पोस्टमार्टम कराये घर ले जाने लगे, लेकिन अस्पताल में स्वास्थय विभाग की तरफ से कोई एम्बुलेंस नहीं मुहैया कराई गई. जिसके बाद भाई-बहन अपनी बहन के शव को बाइक पर रख, अपने शरीर से बांधकर ले गए. इस दौरान वहां मौजूद लोग वीडियो बनाते रहे. वीडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और बिधूना CHC प्रभरी और एक कर्मचारी को हटा दिया गया. बता दें कि, हाल ही में यूपी के प्रयागराज से भी ऐसा ही मामला सामने आया था जहां एक महिला की मौत के बाद परिजन शव को कपड़े में बांस से बांधकर अंतिम संस्कार के लिए ले गए थे.