UP News: लखनऊ के बक्शी के तालाब में मंगलवार को संविधान महोत्सव युवा सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इस कार्यक्रम को संबोधित करने के लिए अखिलेश यादव पहुंचे थे. अखिलेश यादव ने अपनी पीडीए की रणनीति से लेकर DAP की उत्तर प्रदेश में हो रही किल्लत, संविधान बचाने, उपचुनाव और बुलडोजर समेत तमाम विषयों पर भाजपा को घेरा है.
अखिलेश यादव ने DAP की किल्लत पर भाजपा को घेरते हुए कहा कि सरकार PDA से इतनी घबराई है कि उन्हें PDA में भी DAP दिख रहा है. किसान भाई जानते हैं कि अब DAP कहीं भी सरकार नहीं दे पा रही है. PDA की रक्षा अभी तक संविधान ने की है, अब हमारी आपकी जिम्मेदारी है कि PDA के लोग संविधान की रक्षा करें.
संविधान पर अभी भी खतरा बना हुआ
उन्होंने कहा कि समय-समय पर हम देख रहे है कि संविधान पर कितना खतरा मंडरा रहा है. जब तक भाजपा यूपी और दिल्ली में है तब तक हमें और आपको संविधान बचाने की लड़ाई लड़नी पड़ेगी. संविधान तब बचेगा जब दिल्ली और यूपी से इस सरकार का सफाया हो जाएगा. उन्होंने कहा कि भाजपा हमें और आपको जातिवादी कहती है लेकिन ये जातियां हमने नहीं बनाई. एक मनु बाबा थे, उन्होंने ने ही सब गड़बड़ कर दिया.
सपा प्रमुख ने कहा कि वहीं बाबा अम्बेडकर का संविधान हमें आपको जोड़ता है और अधिकार दिलाता है. यही सम्मान दिलाता है. इसीलिए इसे बचाने की लड़ाई लड़नी है. संविधान हमारे और आपके लिए संजीवनी है, हमें समय समय पर शक्ति देता है. संविधान हमारी सुरक्षा से लेकर रक्षा कवच है.
वन नेशन वन इलेक्शन पर क्या कहा
अखिलेश यादव ने भाजपा को घेरते हुए कहा जो वन नेशन वन इलेक्शन की बात कहते हैं वो वन डे वन एग्जाम नहीं करा पाए और बच्चों को धरना देना पड़ा है. अखिलेश ने कहा कि भाजपा को नौकरी नहीं देनी है और न ही आरक्षण देना है. अभी एक पुलिस की परीक्षा हुई थी, जहां कई नौजवान पेपर नहीं दे पाया और जो दे पाए उसमें सवाल गलत निकला. जो बच्चे पेपर नहीं दे पाए वो पीडीए परिवार के बच्चे थे.
उन्होंने कहा कि गांव से आये शहर और उन्हें यहां सेंटर नहीं मिल पाया है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने आउट सोर्स पर नौकरी देना इसलिए शुरू किया क्यों कि उन्हें आरक्षण न देना पड़े. अखिलेश यादव ने सीएम के नारे की बात करते हुए कहा कि साइट टू स्पीक का अधिकार है. हमपर हमारे सीएम ऐसा करते हैं जिससे फाइट टू स्पीक हो जाये.
सपा प्रमुख ने कहा कि बंटोगे तो कटोगे जो नारा है वो दुनिया का सबसे विवादित नारा था. बाबा साहब को मानने वाले ऐसा कभी नारा नहीं दे सकते. उन्होंने कहा पहले डबल इंजन के डब्बे टकरा रहे थे, अब इनके नेता ही इस नारे से खुद को अलग कर रहे हैं. अखिलेश ने कहा कि कोई पहनावे से संत नहीं बन जाता, अपने विचारों से संत बनता है.