'मटन युद्ध इतिहास में दर्ज हो गया', BJP सांसद की बकरा दावत में हुए बवाल पर अखिलेश यादव का तंज
Akhilesh Yadav Public Speech: सपा अध्यक्ष ने कहा कि ये मटन युद्ध तो इतिहास में दर्ज हो गया. ये खींचातान तो आपको देखने को मिल गई. लेकिन, दिल्ली और यूपी के इंजन भी एक दूसरे को टक्कर मार रहे हैं.
Akhilesh Yadav In Mirzapur: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मिर्जापुर में भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा. तो वहीं मझवां में बीजेपी सांसद की मटन पार्टी में मचे बवाल पर तंज कसा. सपा अध्यक्ष ने कहा कि वैसे तो हमने कई तरह के युद्ध देखे हैं लेकिन, यहां पर तो टन युद्ध ही हो गया. उन्होंने कहा कि इनके बीच जो खींचतान मची है वो आपको भी देखने को मिल गई.
अखिलेश यादव ने मझवां सीट पर पिछले दिनों बीजेपी सांसद विनोद बिंद की बकरा पार्टी में बोटी को लेकर मचे हंगामे पर निशाना साधते हुए कहा कि वैसे तो बहुत सारी चीजें लोकप्रिय हो जाती है लेकिन उनका कारण नहीं पता चला, आपकी विधानसभा की भी एक घटना बहुत लोकप्रिय हो गई. मुझे बता नहीं था कि यहां पर मटन युद्ध भी हुआ है.
सपा अध्यक्ष ने मटन युद्ध को लेकर कसा तंज
सपा अध्यक्ष ने कहा कि वैसे तो हमने तरह-तरह के युद्ध देखे हैं. लेकिन, ये मटन युद्ध तो इतिहास में दर्ज हो गया. ये जो मटन युद्ध हुआ है. ये जो खींचातान मची है..ये तो आपको देखने को मिल गई. नहीं दिल्ली और यूपी के इंजन तो पहले से ही एक-दूसरे को टक्कर मार रहे थे. यही नहीं अब तो इनके नारे भी टक्कर मार रहे हैं. हमारे जो मुख्यमंत्री हैं वो समाजवादियों से डरे हुए हैं. ऐसा नहीं होता तो एक संत की भाषा ऐसी नहीं होती.
"अधिकारी और कर्मचारी मन ही मन जानते हैं कि अब भारतीय जनता पार्टी बच नहीं पाएगी। मुझे तो पता नहीं था यहां मटन युद्ध भी हुआ है, यह इतिहास में दर्ज हो गया।"
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) November 17, 2024
- माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी, मझवां विधानसभा pic.twitter.com/YGBMetKunf
बीजेपी पर हमला बोलते हुए अखिलेश यादव ने कि जब उन्हें पता लग गया कि जनता उनका साथ नहीं दे रही है तो उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों आगे कर दिया. लेकिन अधिकारियों को भी पता है कि भारतीय जनता पार्टी अब बचने वाली थी. उन्होंने कहा कि एनडीए वाले लोग नकारात्मक हैं इनकी शुरुआत ही एन से होती है यानी नेगेटिव. ये केवल आपके और हमारे लिए ही नकारात्मक नहीं है बल्कि दलित, पिछड़े, आदिवासी और अल्पसंख्यक सभी के लिए नेगेटिव हैं.
बता दें कि पिछले दिनों भदोही से बीजेपी सांसद विनोद बिंद ने मझवां सीट पर बकरे की दावत दी थी. जिसमें बोटी नहीं परोसने पर बवाल मच गया था. खाने की थाली में सिर्फ रसा परोसने पर एक शख्स ने खाना परोस रहे व्यक्ति को थप्पड़ जड़ दिया, जिसके बाद जमकर बाल्टी और बर्तनों के साथ दो पक्षों में मारपीट देखने को मिली थी.