रामपुर (एबीपी गंगा)। सपा अध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अब रामपुर नहीं जाएंगे। उन्होंने अपना रामपुर दौरा रद्द कर दिया है। बताया जा रहा है कि मोहर्रम पर कानून व्यवस्था न बिगड़े इसलिए दौरा रद्द किया गया है। अब अखिलेश 13-14 सितंबर को रामपुर जाएंगे।
अखिलेश यादव के 13 और 14 सितंबर के रामपुर दौरे को जिला प्रशासन ने हरी झंडी दी है। डीएम आंजनेय कुमार ने कहा हमने आज सभी तैयारियां कर ली थीं और 13 और 14 को भी उनके रामपुर आने पर हमें कोई आपत्ति नहीं है।
बता दें कि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के ऐलान के बाद अब खुद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव रामपुर से सपा सांसद आजम खान के समर्थन में सड़क पर उतर रहे हैं। सोमवार को अखिलेश यादव आजम खान और उनके परिवार से मिलने और अपना समर्थन जताने के लिए रामपुर पहुंचने वाले थे, लेकिन ऐन वक्त पर उन्होंने अपना दौरा रद्द कर दिया है।
अपने दो दिवसीय दौरे में अखिलेश यादव आजम खान के परिवार से मिलने वाले थे। साथ ही, उनके व उनके परिवार के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमों और चल रही कार्रवाई के सिलसिले में भी बात करने वाले थे। हालांकि, मोहर्रम के चलते शहर में लागू धारा 144 की वजह से दौरे को फिलहाल के लिए टालना पड़ गया है।
आजम खान पर अब तक 80 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं
आजम खान पर अब तक 80 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। आजम खान पर जौहर यूनिवर्सिटी के लिए किसानों की जमीने कब्जाने, डराने धमकाने, झूठे मुकदमों में जेल भिजवाने, मकान तुड़वाने, सरकारी और गैर सरकारी इमारतें कब्जाने, वक्फ संपत्तियों पर कब्जा करने, लूट, चोरी, डकैती, गैर इरादतन हत्या , भड़काऊ भाषण देने और उन्माद फैलाने जैसे आरोपों में केस दर्ज हो चुके हैं। आजम खान पर किताब चोरी, मिट्टी के शेरों की मूर्तियां चुराने और भैंस चोरी जैसे आरोप भी लगे हैं। आजम खान के बेटे और पत्नी पर भी कई मुकदमे दर्ज हैं। इतना ही नहीं, आजम खान भू-माफिया भी घोषित हो चुके हैं।
रामपुर शहर विधान सभा सीट पर होना है उपचुनाव
आजम खान के लोकसभा चुनाव जीतने से रामपुर शहर की विधानसभा सीट खाली हो चुकी है और अब यहां उपचुनाव होने हैं। ऐसे में यहां अखिलेश यादव उपचुनाव के लिए संभावित प्रत्याशी के नाम पर भी चर्चा कर सकते हैं। वैसे रामपुर के सियासी गलियारों में चर्चा ये भी है कि अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को भी आजम खान अपनी रामपुर सीट से उपचुनाव लड़ाकर विधानसभा भेज सकते हैं। वहीं, दूसरी तरफ अगर बीजेपी से जयाप्रदा चुनावी मैदान में आती हैं, तो एक बार फिर रामपुर में चुनावी माहौल दिलचस्प हो सकता है।
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