Akhilesh Yadav Raebareli Visit: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आज सोमवार (3 अप्रैल) को रायबरेली पहुंचे. अखिलेश ने ऊंचाहार इलाके के दीनशाह गौरा में सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की कॉलेज में लगी मान्यवर कांशीराम की प्रतिमा का अनावरण किया. यह पहला मौका है जब अखिलेश ने काशीराम की मूर्ति का अनावरण किया है. हालांकि अखिलेश के कांशीराम की प्रतिमा के अनावरण को लेकर यूपी की सियासत तेज हैं. क्योंकि अखिलेश अब अपने इस दांव से बसपा सुप्रीमो मायावती को भी झटका दे रहे हैं, क्योंकि सपा अब कभी कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाले रायबरेली में एससी वोट बैंक में सेंध लगा रही है.


अखिलेश अब एससी वोट को जोड़ने के लिए नई रणनीति बनाने में जुटे हैं, हाल ही में अखिलेश ने बाबा साहब वाहिनी का गठन किया है. इससे पहले अखिलेश ने बसपा के दिग्गज नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल किया है. वहीं अखिलेश ने अनसूचित जाति के बड़े नेता और 9 बार के विधायक अवधेश प्रसाद को विधानसभा में अपने बगल की सीट दी है. इतना ही नहीं अखिलेश सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में भी अवधेश प्रसाद के साथ ही रहे थे.


मायावती ने इसे नाटकबाजी और पैंतरेबाजी बताया


वहीं हाल ही में बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने यूपी बसपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों और प्रदेश के सभी 75 जिलों के पार्टी अध्यक्षों के साथ बैठक की. इस बैठक में बसपा सुप्रीमो मायावती ने अखिलेश यादव पर निशाना साधा था. इस बैठक में मायावती ने अखिलेश यादव के काशीराम की मूर्ति अनावरण पर भी हमला बोला. इस दौरान पूर्व सीएम मायावती ने कहा कि यह समाजवादी पार्टी की नाटकबाजी और पैंतरेबाजी है. इतना ही नहीं मायावती ने इस बैठक में इतना तक कह डाला कि साल 1995 में गेस्ट हाउस कांड हुआ तभी दोनों पार्टियों का गठबंधन टूटा. समाजवादी पार्टी हमेशा से ही डॉक्टर भीमराव अंबेडकर और बसपा संस्थापक कांशीराम के प्रति विद्वेष पूर्ण भावना रखती थी.


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