लखनऊ, शैलेष अरोड़ा। रामपुर दौरा स्थगित होने के बाद अखिलेश यादव ने सरकार और जिला प्रशासन पर जमकर हमला बोला। अब अखिलेश 13 और 14 सितम्बर को रामपुर जाएंगे। 9 और 10 सितम्बर का दौरा स्थगित होने के बाद अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी दी।


धार्मिक आयोजनों के चलते कार्यक्रम स्थगित किया
अखिलेश ने बताया की उनको सीतापुर और शाहजहांपुर में कार्यकर्ताओं से मिलते हुए बरेली होते हुए रामपुर जाना था। रामपुर का पूरा कार्यक्रम 8 सितम्बर को ही जिला प्रशासन को भेज दिया था। इस पर जिला प्रशासन ने 10 सितम्बर को मुहर्रम के जुलूस निकलने और गणेश प्रतिमा विसर्जन के कार्यक्रमों की जानकारी दी। इसके अलावा उनको PWD का गेस्ट हाउस भी देने से मना कर दिया। उसकी जगह होटल का इंतजाम होने की बात कही। अखिलेश ने कहा की दोनों धार्मिक आयोजनों के सम्मान में अपना कार्यक्रम रद करके 13 और 14 सितम्बर का कार्यक्रम बनाया है।



हर हाल में आजम के साथ
अखिलेश ने कहा कि राजनैतिक दबाव में आजम खान पर मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। कई ऐसे मुकदमे हो रहे हैं जिनकी जानकारी किसी को नहीं। अखिलेश ने कहा कि प्रशासन नहीं चाहता हम वहां जाएं। अखिलेश ने रामपुर के डीएम पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो अपना एक्सटेंशन चाहते हैं इसलिए सरकार को खुश करने में लगे हैं। अखिलेश ने यह भी कहा कि कांग्रेस और बीजेपी एक हैं। जो कांग्रेस है वही बीजेपी और जो बीजेपी है वही कांग्रेस। रामपुर में बीजेपी, कांग्रेस, सरकार, प्रशासन सब एक से दिखाई दे रहे। हर स्तर पर पार्टी आजम के साथ है जरुरत हुई तो लानूनी लड़ाई में भी हम साथ हैं। जब समय आएगा आजम खान अपनी बात सामने आकर रखेंगे।



सरकार के 100 दिन पर अखिलेश का तंज
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के 100 दिन पर भी अखिलेश यादव ने तंज कसा। उन्होंने कहा कि 100 में से 1 हटा दो। एक 0 दिल्ली का और एक 0 यूपी का बचेगा। अखिलेश ने कहा की डायल 100 की शुरुआत अन्याय करने के लिए नहीं की गई थी। लोकभवन इसलिए नहीं बनाया था की सरकार अन्याय करे। जनकल्याण के लिए बनवाया था। अखिलेश ने कहा कभी हम भी कालिदास में रहा करते थे। सरकारें बदलती रहती हैं। आज राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सब उत्तर प्रदेश से हैं लेकिन प्रदेश को कुछ नहीं मिला। जितने राज्यपाल यूपी से अब मिले इतिहास में कभी नहीं मिले। अखिलेश ने कहा की आज बच्चे, मजदूर नमक रोटी खा रहे। अब होम गार्ड भी नमक रोटी खाएंगे। पत्रकारों पर सच्चाई दिखने पर मुकदमे हो रहे हैं।



IIM जाने की जगह हमसे ले लेते ट्रेनिंग
अखिलेश यादव ने कहा कि गीता में योगी की परिभाषा कुछ और है। हमें ऐसे योगी मिले जो दूसरों को दुख दे रहे। रामपुर के बहाने या कभी IIM जाकर अपनी नाकामी छुपाना चाहते हैं। अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री और मंत्री क्या सीखेंगे IIM जाकर। उनको कुछ नहीं आता इसलिए सीखने जा रहे हैं। सीखना ही था तो समाजवादियों को लोकभवन बुला लेते तो हम ट्रेनिंग दे देते। जो मंत्री हटे क्यों हटे सरकार बताए। प्रदेश में बेटियों पर अत्याचार हो रहा है। किसान, नौजवान, व्यापारी सभी इस सरकार से दुखी हैं।