UP News: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को चिट्ठी लिखकर दारोग भर्ती मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. उन्होंने दारोगा भर्ती में घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा कि ब्लैक लिस्टेड कंपनी को परीक्षा आयोजित करने का टेंडर दिया गया. उन्होंने इसकी एसआईटी (SIT) से जांच की मांग की है. 


'6 राज्यों में ब्लैक लिस्टेड कंपनी को मिला टेंडर'


अखिलेश ने विजय मिश्रा, जय सिंह यादव और सावन शर्मा नाम के व्यक्तियों द्वारा 19 जून को भेजी गई चिट्ठी के हवाले से सीएम योगी से अपील की है. इस चिट्ठी में लिखा गया था कि 6 राज्यों में ब्लैक लिस्ट कंपनी को NSEIT भर्ती परीक्षा का टेंडर दिया गया है. यह कंपनी 2017 में उत्तर प्रदेश में भी सेंधमारी कर चुकी है जिससे परीक्षा रद्द करके फिर से आयोजित करानी पड़ी थी. अखिलेश यादव ने इस पर पूछा कि 2021 में इस कंपनी को फिर से टेंडर क्यों दिया गया? अखिलेश ने कहा कि सरकार अगर ईमानदारी और पारदर्शिता का दावा करती है तो उसे दारोगा भर्ती घोटाले में हुए धांधली की जांच SIT से करानी चाहिए और उन्होंने पूछा कि जांच को लेकर सरकार मौन क्यों है?


UP News: बढ़ सकती हैं Azam Khan के परिवार की मुश्किलें, बेटे अब्दुल्ला और पत्नी को ईडी ने जारी किया नोटिस


'दूसरे राज्यों के अभ्यर्थियों को मिला आरक्षण'


अखिलेश ने दावा किया कि परीक्षा के दौरान अभ्यर्थी और सेंटर मालिक पकड़े गए और उसे बैन करने के बाद दोबारा उसी सेंटर पर परीक्षा आयोजित कराई गई. सरकार ने अभी हाल में 12 जून 2022 को रिजल्ट जारी किया तब फिर से उसमें घोटाला कर दिया गया. इसमें कई अभ्यर्थी सामान्य वर्ग और अति पिछड़े वर्ग से आते हैं. किसी को अनुसूचित जाति और किसी को अनुसूचित जनजाति बना दिया. जबकि नियमावली में लिखा गया है कि अन्य राज्य के अभ्यर्थी को सामान्य वर्ग में ही गिना जाएगा लेकिन रिजल्ट में उनको आरक्षण दे दिया गया. 


ये भी पढ़ें -


Sambhal News: देवी-देवताओं की तस्वीर वाले पेपर में नॉनवेज बेचने का मामला, आरोपी को सपा सांसद ने बताया बेकसुर